
यदि आप किसी सैनिक से बात करें, तो जानेंगे की उसके जीवन का सबसे कष्टदायक और कठिन समय वह होता है जब वह अपने परिवार को छोड़कर सेना की कठिन ट्रेनिंग लेता है और शुरू के तीन, चार साल जब वह परिवार से दूर रहकर सेना के माहौल में अपने आप को स्थापित करता है, इन 3_4 सालों के बाद उस सैनिक को सैन्य जीवन में जीने की आदत पड़ जाती है और परिवार का मोह और यादें भी उसे परेशान नहीं करती, तब वह जीवन भर देश सेवा के लिए अपने आप को तैयार कर लेता है, लेकिन यदि इस कठिन समय को पूरा करते ही उसे वापस घर भेज दिया जाए तो उसके मन पर क्या प्रभाव पड़ेगा, इसी पीढा को समझते हुए आज का युवा अग्निपथ योजना का विरोध कर रहा है, जिसका साथ देने के लिए उत्तराखंड किसान मोर्चा कल दिनांक 24 जून 2022 को डी .एम हरिद्वार के माध्यम से एक ज्ञापन दोपहर 12:00 बजे प्रधानमंत्री जी को भेज रहा है, जिसमें आप सभी सादर आमंत्रित हैं।
साथ ही यह भी ध्यान रखिए की फौज में भर्ती होने का एक प्रोसीजर होता है जिसमें दौड़, फिजिकल फिटनेस, मेडिकल फिटनेस आदि को पार करकर ही भर्ती हुआ जा सकता है और जब यह सारी तैयारी कोई युवा करेगा, तो फिर वह 4 साल के लिए भर्ती क्यों हो जीवन भर के लिए क्यों नहीं और यदि यह केवल इसलिए किया जा रहा है कि सैनिकों की पेंशन का खर्च कम करना है तो सबसे पहले उन नेताओं की पेंशन बंद करी जाए, जिससे देश को भारी नुकसान हो रहा है।

यह संदेश आप सब के एकजुट प्रयास से ही आगे जा पाएगा, अतः आप सब इस आवाज को बुलंद करने में अपना सहयोग दें।

निवेदक,

दीपक पुंडीर

प्रवक्ता

उत्तराखंड किसान मोर्चा।