
सूत्रों के अनुसार हरिद्वार में बैरागी कैंप में रहने वाले एक गरीब परिवार की 6 वर्षीय बच्ची को वहीं पर झोपड़ी में रहने वाले एक साधु के भेष में रह रहे व्यक्ति ने उस छोटी सी 6 वर्षीय बच्ची के साथ दुष्कर्म किया। जिसकी सूचना स्थानीय पुलिस को दी गई मौके पर पहुंची पुलिस द्वारा उस व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया है। धार्मिक स्थलों पर इस प्रकार की घटनाएं अब आम होती जा रही हैं वैसे तो प्रशासन सत्यापन के नाम पर बड़ी-बड़ी कार्रवाई दर्शाता रहता है। मगर क्या इन धार्मिक स्थलों पर रहने वाले इस प्रकार के वहशी दरिंदो की जांच या साधुओं के भेष में रहने वाले इन क्रिमिनल लोगो का सत्यापन नहीं होना चाहिए। इस प्रकार की कोताही क्यों बरती जा रही है। क्या हमारे धार्मिक स्थलों पर छोटी-छोटी बच्चियां दहशत में रहने को मजबूर है क्या वह अपने ही क्षेत्र में खुलकर खेल भी नहीं सकती। इस और प्रशासन एवं शासन को विशेष ध्यान देना चाहिए।