Latest Update

दिल्ली के कालकाजी मंदिर में देर रात बड़ा हादसा हो गया, जब जागरण के दौरान मंच गिर गया और भगदड़ मच गई

दिल्ली के कालकाजी मंदिर में देर रात बड़ा हादसा हो गया, जब जागरण के दौरान मंच गिर गया और भगदड़ मच गई। इस हादसे में एक महिला की मौत हो गई जबकि 17 लोग घायल हो गए। आखिर मंदिर में जागरण के दौरान ये हादसा हुआ कैसे? आइए बताते हैं।

नई दिल्ली: रात के 1:20 बजे का वक्त, राजधानी दिल्ली के कालकाजी मंदिर का महंत परिसर, जहां माता का जागरण चल रहा था, इसी दौरान कुछ ऐसा हुआ जिससे पूरे कार्यक्रम स्थल की पलभर में तस्वीर ही बदल गई। देश के जानेमाने सिंगर बीप्राक जागरण में भजन गा रहे थे, डेढ़ हजार से ज्यादा लोगों की भीड़ उत्साह और जोश के साथ माता के जयकारे लगा रही थी। तभी कुछ लोगों ने स्टेज की ओर जाने की कोशिश की, देखते ही देखते परिसर में भगदड़ की स्थिति बन गई। लोगों के धक्के से कीर्तन वाला स्टेज भरभरा कर गिर गया। चीख पुकार मच गई लोग इधर उधर भागने लगे। इस भगदड़ में एक महिला की मौत हो गई, वहीं 17 लोग जख्मी हो गए।

डेढ़ हजार लोगों की भीड़ हुई बेकाबू,जानकारी के अनुसार, जो स्टेज गिरा वो लोहे के फ्रेम पर लकड़ी से बना था। जागरण में दो मंच बने थे। एक मंच पर मशहूर सिंगर बीप्राक परफॉर्म कर रहे थे। वो मंच पर भजन गा रहे थे। इसी दौरान कुछ लोग उनकी ओर बढ़ने की कोशिश कर रहे थे। पुलिस ने बताया कि आयोजन में करीब डेढ़ हजार लोगों की भीड़ मौजूद थी। लॉ एंड ऑर्डर के लिए पुलिस भी मौके पर मौजूद थी। लेकिन देखते ही देखते भीड़ बेकाबू हो गई और मंच तक पहुंच गई। लोगों के धक्के की वजह से साइड में बना दूसरा स्टेड भरभरा कर गिर गया। हादसे के तुरंत बाद सिंगर बीप्राक और उनकी टीम भी खड़े हो गए और वहां से पीछे चले गए।

भगदड़ में महिला की मौत,इधर श्रद्धालुओं की भीड़ बेकाबू हो गई और आयोजन स्थल से बाहर की ओर भागने लगी। इसी दौरान परिसर में भगदड़ मच गई, जिसमें एक महिला की मौत हो गई और 17 लोग घायल हो गए। सूचना पाकर फायर ब्रिगेड की टीम भी मौके पर पहुंची। घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया। अभी तक मृतक महिला की पहचान नहीं हो पाई है। कालकाजी में पिछले 26 सालों से ये जागरण हो रहा है, लेकिन इसके लिए प्रशासन से परमिशन नहीं ली गई थी। पुलिस ने आयोजकों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।

सिंगर बीप्राक बोले- मैनेजमेंट बहुत जरूरी है,वहीं सिंगर बीप्राक ने भी वीडियो जारी कर मैनेजमेंट पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि इतने बड़े इवेंट के लिए सुरक्षा की ध्यान रखना जरूरी है। उन्होंने कहा ‘मैं बहुत ही दुखी हूं मेरा मन काफी दुखी है, क्योंकि पहली बार मैंने ऐसा देखा है अपने सामने होता हुए। कालकाजी मंदिर में जो कुछ भी हुआ वह दुख की बात है। इवेंट में मैनेजमेंट बहुत जरूरी है, मैनेजमेंट ने लोगों को समझाने की कोशिश की लेकिन यह हादसा हो गया, जान से बढ़कर कुछ भी नहीं है… इसलिए हमें इसका बहुत ध्यान रखना है।’

हादसे के लिए जवाबदेही किसकी?,इधर पुलिस ने भले ही आयोजकों के खिलाफ लापरवाही की धाराओं में केस दर्ज कर लिया हो, लेकिन इतनी बड़ी घटना के लिए जवाबदेही तय करनी होगी। दिल्ली में इतने बड़े आयोजन बिना परमिशन के कैसे हो सकता है ये सवाल तो दिल्ली पुलिस से भी बनता है। दिल्ली का कालकाजी मंदिर भीड़भाड़ वाले इलाके में बना हुआ है। मंदिर प्रशासन की लापरवाही को दरकिनार नहीं किया जा सकता। आम दिनों में भी मंदिर परिसर समेत पूरे इलाके में भीड़भाड़ रहती है। ऐसे में मंदिर प्रशासन ने बिना व्यापक सुरक्षा के इंतजाम और पुलिस की परमिशन के बगैर कार्यक्रम का आयोजन कैसे किया?

समर्थ भारत न्यूज़

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

समर्थ भारत न्यूज