रुड़की।
देश-प्रदेश में ऐसा कोई सड़क मार्ग नहीं है, जहां 24 घंटे की नों ऐंटरी हो लेकिन उतराखंड के जनपद हरिद्वार में भगवानपुर – धनौरी मार्ग एक ऐसा सड़क मार्ग है, जहां 24 घंटे की नों ऐंटरी का बोर्ड लगाकर भार वाहनों व ट्रक चालकों को परेशान किया जा रहा है। जबकि ट्रकों में कच्चा और जरूरी माल भी होता हैं, जिसका समय पर पहुँचना जरूरी होता है। उसके बाद भी ट्रकों को केवल भगवानपुर और बहादराबाद के टोल प्लाजा वालों की मिलीभगत से ही बंद किया गया है। जबकि उतराखंड में बहुत से राज्य हाइवे बने हुए हैं और ट्रैफिक भी राज्य हाइवे से सड़क मार्ग को रोका नहीं गया है।प्राप्त जानकारी के अनुसार भगवानपुर से बहादराबाद सिडकुल रोड़ पर पैसे देकर एंट्री होती है। पैसे नहीं देने वाले वाहनों के लिए नों ऐंटरी का बोर्ड लगाया हुआ है ओर ट्रांसपोर्टर्स मोटर वाहनों को दोनों ओर से ठगा जा रहा है। अगर ये वाहन 200- 300-500 देते है, तो भगवानपुर से बहादराबाद सिडकुल रोड़ पर ऐंटरी है, अन्यथा नों ऐंटरी के बाद दूसरा विकल्प भगवानपुर टोल प्लाजा से मंगलौर, बहादराबाद टोल प्लाजा से सिडकुल जाने पर भी डबल टोल टैक्स और दो गुना सफर अधिक करना पड़ता है, जिससे टोल प्लाजा वालों की चांदी कट रही है और ट्रांसपोर्टर्स ट्रक वाले चुप चाप लूटे जा रहे हैं, जिसके संबंध में आल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस उतराखंड की ओर से भगवानपुर उप जिलाधिकारी एंव थाना भगवानपुर से लेकर हरिद्वार, देहरादून तक कोई भी अधिकारी समस्या का समाधान नहीं कर पा रहे हैं। क्योंकि टोल प्लाजा वालों की मिलीभगत से ही यह सबकुछ हो रहा है। टोल प्लाजा वाले पैसे वाले लोग हैं। इसलिए नियम कानून भी उनके पास है। जिसके लिए उत्तराखंड राज्य हाइवे पर नों ऐंटरी का यह पूरे उतराखंड में पहला मामला है। जबकि सैकड़ों राज्य हाइवे पर इससे भी कई गुना ट्रैफिक होता है। यह राज्य हाइवे 68 नंबर पर केवल नों ऐंटरी के नाम पर टोल प्लाजा वालों की मिलीभगत से ट्रकों वालों का उत्पीड़न किया जा रहा है। इसके अलावा इस रोड़ पर ढाबे वालों का भी काम ठप्प हो गया है। प्रदेश महासचिव आदेश सैनी सम्राट, प्रदेश उपाध्यक्ष ए. पी. उल, आदेश शर्मा, प्रीतम सिंह, अखलाख, कुलदीप, मंजीत, प्रवीण कुशवाह, संजीव, परवेज चमोली आदि मौजूद रहे।