
रुड़की। वासुदेव लाल मैथिल सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज हरिद्वार रोड रुड़की में “सप्त शक्ति संगम ” का भव्य एवं प्रेरणादायी कार्यक्रम -2 का आयोजन बड़े उत्साह और गरिमा के साथ संपन्न हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षा श्रीमती मोनिका रोधिया जी, प्रवक्ता (समाजशास्त्र) आशा बी. एड.कॉलेज रुड़की एवं पूर्व जिला संयोजिका धर्म जागरण समन्वय रुड़की ने की। विशिष्ट अतिथि के रूप में समाज सेविका हम सभी की अभिभाविका श्रीमती फूला देवी रही जिन्होंने सभी को स्नेह और आशीर्वाद प्रदान कर कार्यक्रम की गरिमा बढ़ाई।
मुख्य वक्ता के रूप में श्रीमती प्रतिभा यादव, राज्य सरकार द्वारा राज्य अध्यापक पुरस्कार एवं राज्य आई.सी.टी.पुरस्कार प्राप्त अध्यापिका ने परिवार के महत्व और पारिवारिक संस्कारों पर प्रकाश डाला। मुख्य वक्ता के रूप में श्रीमती चंद्रप्रभा गुलेरिया, पूर्व प्रधानाचार्या आर्य कन्या पाठशाला इंटर कॉलेज रुड़की ने पर्यावरण संरक्षण और जागरूकता पर अपने विचार साझा किए। कार्यक्रम की शुरुआत सभी उपस्थित अतिथियों ने संयुक्त रूप से मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलित करके की। मंचासीन अतिथियों का परिचय विद्यालय की वरिष्ठ आचार्या श्रीमती सुनीता सिंह ने कराया तथा कार्यक्रम का कुशल संचालन श्रीमती नेहा गुप्ता एवं श्रीमती सोनिया जी ने किया
कार्यक्रम का विशेष आकर्षण छात्राओं द्वारा प्रस्तुत भव्य झांकियाँ थीं, जिसमें उन्होंने वीरांगनाओं का सजीव और प्रभावशाली अभिनय प्रस्तुत किया। झांकियों में झांसी की रानी लक्ष्मीबाई, अहिल्याबाई होल्कर, मैरी कॉम, आनंदीबाई जोशी, धरती माता और भारत माता के चरित्रों का भावपूर्ण और प्रेरणादायक प्रदर्शन किया गया।
कार्यक्रम में बहनों एवं माताओं ने अपनी उत्साहपूर्ण और सशक्त उपस्थिति देकर कार्यक्रम को और भी भव्य एवं सफल बनाया। इसके साथ ही कार्यक्रम के अंतर्गत ज्ञानवर्धक प्रश्नोत्तरी का आयोजन भी किया गया, जिसमें उपस्थित सभी माताओं एवं बहनों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और अपनी सक्रिय सहभागिता से कार्यक्रम को रोचक बनाया। विद्यालय की ओर से उपस्थित माताओं का सम्मान किया गया, विशेषकर कुछ वरिष्ठ माताओं को उनके योगदान और सक्रिय सहभागिता के लिए विशेष रूप से सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम की संयोजिका श्रीमती मंजू सैनी जी ने उपस्थित सभी अतिथियों और अभिभावक बहनों का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का समापन अंत में सभी उपस्थित अतिथियों और बहनों ने मिलकर संकल्प लेकर किया, जिसमें उन्होंने यह प्रतिज्ञा की कि वे किस प्रकार अपने पर्यावरण को सुरक्षित रखेंगे और समाज में सकारात्मक योगदान देंगे।




