रुड़की। नगर में अब ई रिक्शा का संचालन करने के लिए पंजीकरण करवाना अनिवार्य होगा। दो हजार रुपए वार्षिक शुल्क भी नगर निगम को देना होगा। इसके साथ ही ट्रैफिक लाइटों के संचालन के लिए अब ज़ेबरा लाइन भी बनाई जाएगी। वहीं अतिक्रमण के लिए भी निगम ने विभिन्न अधिकारियों के साथ बैठक कर चर्चा की।
रुड़की नगर निगम सभागार में आयोजित बैठक में मेयर अनीता अग्रवाल एवं नगर आयुक्त राकेश तिवारी ने पुलिस,ट्रैफिक पुलिस एवं परिवहन विभाग के अधिकारियों के साथ शहर के विभिन्न मुद्दों और समस्याओं को लेकर बैठक की। बैठक में शहर की यातायात व्यवस्था को सुधारने के लिए कई फैसले लिए गए। ई-रिक्शा से हो रही दिक्कतों पर चर्चा करते हुए निर्णय लिया गया कि नगर निगम क्षेत्र में संचालित होने वाली ई रिक्शाओं का पंजीकरण किया जाएगा। जिसके लिए वार्षिक शुल्क दो हजार रुपए देना होगा पंजीकरण की अंतिम तिथि 30 नवंबर होगी। इसके साथ ही ई-रिक्शा के लिए मलकपुर चुंगी, एसडीएम चौराहा, रेलवे स्टेशन व सिविल अस्पताल के समीप स्टैंड बनाया जाएगा। वहीं एक व्यक्ति के नाम अधिकतर पांच रिक्शाओं का पंजीकरण हो पाएगा। इसके अलावा सभी गंगनहर पुलों,चौराहों और मुख्य मार्गों आदि पर सीसीटीवी कैमरें लगाए जाएंगे। ट्रैफिक लाइट को संचालित किए जाने के लिए जेबरा क्रॉसिंग बनाई जाएगी। इसके साथ ही चाट बाजार के सामने स्थित बाइक मिस्त्री मार्केट में दुकान से बाहर खड़ी गाड़ियों के चालान काटे जाएंगे इस मौके पर नगर आयुक्त राकेश चंद तिवारी, सीओ रुड़की नरेंद्र पंत, एआरटीओ एल्विन रॉक्सी, कर अधीक्षक गिरीश चंद सेमवाल, एई प्रेम कुमार शर्मा, यातायात निरीक्षक संदीप नेगी आदि मौजूद रहे।