नई दिल्ली,
मध्य प्रदेश और राजस्थान में ‘जानलेवा ‘
कफ सिरप पीने से 11 बच्चों की मौत के बाद
अब केरल सरकार ने राज्य में कोल्ड्रिफ
कफ सिरप की बिक्री और वितरण पर रोक
लगा दी है। स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने
शनिवार को बताया कि ये फैसला अन्य
राज्यों से मिली रिपोटों के आधार पर लिया
गया है, जिनमें सिरप के एक संदिग्ध बैच को
लेकर चिंता जताई गई थी।
रिपोर्ट के मुताबिक, राज्य के ड्रग्स
कंट्रोल विभाग की प्रारंभिक जांच में पता
चला है कि जिस बैच को लेकर शिकायतें
मिली थीं, वह केरल में नहीं बेचा गया था.
फिर भी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ड्रग्स
कंट्रोलर ने सभी ड्रग इंस्पेक्टरों को सिरप की
बिक्री और वितरण पूरी तरह से रोकने के
निर्देश दिए हैं। स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने
बताया कि ये दवा राज्य में 8 वितरकों के
माध्यम से बेची जा रही थी, और सभी केंद्रों
को तुरंत वितरण और बिक्री बंद करने के
Facocetamol.
stine Hydrochloride
anne Maleate S
COLDRIF
acetamol
Hydrochloride
Maleate Symp
ADAUF
निर्देश जारी कर दिए गए हैं। इसके अलावा
मेडिकल स्टोर्स में भी कोल्ड्रिफ सिरप की
बिक्री रोकने के आदेश दिए गए हैं। मंत्री
वीणा जॉर्ज ने बताया कि राज्य में व्यापक
निरीक्षण अभियान चलाया जा रहा है।
कोल्ड्रिफ सिरप के सैंपल कलेक्ट कर जांच
के लिए भेजे गए हैं। साथ ही अन्य कफ
सिरप्स के भी सैंपल जांच के दायरे में लाए
गए हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि केंद्रीय
स्वास्थ्य सेवाओं के महानिदेशक की
मप्र में इस सीरप के
इस्तेमाल के बाद हो चुकी है
11 बच्चों की मौत
गाइडलाइन के अनुसार 2 वर्ष से कम उम्र
के बच्चों को कफ सिरप नहीं दिया जाना
चाहिए । अगर किसी डॉक्टर की ओर से
ऐसी दवा का प्रिस्क्रिप्शन आता है, तो
मेडिकल स्टोर्स को उसे न बेचने के निर्देश
दिए गए हैं। मध्य प्रदेश और राजस्थान में
11 बच्चों की मौत के बाद कोल्ड्रिफ सिरप
पर संदेह जताया गया था। कांग्रेस नेता
कमलनाथ ने दावा किया था कि इन मौतों
की वजह कफ सिरप में ब्रेक ऑयल
सॉल्वेंट की मिलावट हो सकती है। मध्य
प्रदेश के छिंदवाड़ा में 9 बच्चों की मौत की
पुष्टि हुई थी, जबकि राजस्थान में 2 बच्चों
की मौत हुई थी। इसके बाद मध्य प्रदेश के
साथ ही तमिलनाडु में भी कोल्ड्रिफ फ
सिरप की बिक्री पर रोक लगा दी गई है।