रादौर, 9 अगस्त: शनिवार को रादौर क्षेत्र में रक्षाबंधन का त्योहार धूमधाम से मनाया गया। रक्षाबंधन के त्योहार पर बहनों ने अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधी। वहीं भाइयों ने भी अपनी बहनों को उपहार देकर रक्षाबंधन मनाया। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की संचालिका बीके गीता ने सैनी समाज के प्रधान संदीप सैनी का रक्षा सूत्र बांधकर रक्षा बंधन का त्योहार मनाया। इस अवसर पर बीके गीता ने कहा कि भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक पर्व श्रावण (सावन) पूर्णिमा को मनाया जाता है। इस कारण इसे श्रावणी या रक्षाबंधन कहते हैं। पौराणिक कथाओं के अनुसार भद्रा सूर्य देव की पुत्री और शनिदेव की बहन हैं। भद्रा का स्वभाव क्रोधी है। जब भद्रा का जन्म हुआ तो वह जन्म लेने के फौरन बाद ही पूरे सृष्टि को अपना निवाला बनाने लगी थीं। इस तरह से भद्रा के कारण जहां भी शुभ, मांगलिक कार्य, यज्ञ व अनुष्ठान होते वहां विघ्न आने लगता है। इस कारण से जब भद्रा लगती है, तब किसी भी तरह का शुभ कार्य नहीं किया जाता है। पूर्णिमा तिथि की शुरूआती आधा हिस्सा भद्रा काल होता है जिस कारण से रक्षाबंधन के दिन भद्रा का साया होने के कारण राखी नहीं बांधी जाती है।
रादौर – रादौर में प्रधान संदीप सैनी को राखी बांधती बीके गीता।