रुड़की।बीटी गंज में आयोजित 106-वीं भव्य रामलीला महोत्सव के ग्यारहवें वें दिन कुंभकरण प्रसंग,मेघनाथ वध व अहिरावण वध का कलाकारों द्वारा बहुत ही सुंदर ढंग से प्रस्तुति दी गई।प्रस्तुति से पूर्व आरती तथा गणेश वंदना के साथ रामलीला का शुभारंभ हुआ।रामलीला के प्रारंभ में लक्ष्मण मेघनाथ युद्ध का मंचन कलाकारों द्वारा किया गया।लक्ष्मण जी को शक्ति लगती है।विभीषण जी के कहने पर हनुमान जी लंका से सुसैन वैध को लेकर आते हैं।सुसैन वैध लक्ष्मण जी की नाडी देखकर कहते हैं कि इनके प्राण तभी बचा जा सकते हैं कि यदि रात ही रात में संजीवनी बूटी मिल जाए,तब हनुमान जी संजीवनी बूटी लेने के लिए द्रोणागिरी पर्वत पर चले जाते हैं।इस बात का पता रावण को लग जाता है तो वह कालनेमि को हनुमान जी का रास्ता रोकने के लिए भेज देता है।कालनेमि ढोंगी महात्मा बनाकर हनुमान जी का समय बर्बाद करने का प्रयास करता है,इसका आभास भी हनुमान जी को हो जाता है,तो हनुमान जी कालनेमि का वध करके संजीवनी ले आते हैं,जिससे लक्ष्मण जी का उपचार सही समय पर हो जाता है।
लक्ष्मण जी की मूर्छा भंग हो जाती है और लक्ष्मण जी स्वस्थ हो जाते हैं।रामलीला में कलाकारों द्वारा दर्शाया गया यह प्रसंग सभी दर्शकों को भाव-विभोर कर देता है।इस अवसर पर भाजपा नेता आदेश सैनी,युवा भाजपा नेता रचित अग्रवाल,विभोर सेठी,अरविंद कश्यप, एड०प्रदुमन पोसवाल,सावित्री मंगला,जिला पंचायत सदस्य रजत चौधरी,अपूर्वा बंसल, रीमा बंसल,निखिल तायल,वरुण ठकराल,आदित्य शर्मा,आयुष वर्मा, नैतिक सेठी,शोभित कुछल,ललित सोनकर,मनोज मित्तल,देवेंद्र गोस्वामी,बंटी जैन,गौरव गर्ग,
अनिकेत गर्ग,नमन गोयल,बंटी जैन,रानू गोयल,समिति के महामंत्री सौरभ सिंघल,संयोजक मनोज अग्रवाल,शशिकांत अग्रवाल,विशाल गुप्ता,नवनीत गर्ग, प्रदीप परूथी,दीपक शुक्ला सहित बड़ी संख्या में भक्तगण मौजूद रहे इस दौरान समिति के पदाधिकारियों द्वारा अतिथिगण का सम्मान किया गया।