
हरिद्वार
मीरपुर में दबंगई, पंचायत-प्रशासन की अनदेखी।
हरिद्वार के बहादराबाद ब्लॉक के मीरपुर मुबारकपुर गांव में एक शख्स की दबंगई ने पंचायत और प्रशासन दोनों की योजनाओं पर पानी फेर दिया है।

मामला गांव के मूल निकासी रास्ते को लेकर है, जिस पर अब एकतरफा कब्जा और झगड़ा चल रहा है। गांव की पानी की मूल निकासी पीठ बाजार से होकर सीधे खाले में जाती है। यही एकमात्र रास्ता है, जहां से पूरे गांव का गंदा पानी बाहर निकलता है। गांव की किसी और गली से पानी की निकासी की व्यवस्था नहीं है।

अब इसी जगह पर जिला पंचायत की योजना के तहत इंटरलॉकिंग और सफाई कार्य शुरू हुआ था। पंचायत की बैठक में सहमति बनी, तहसील से अनुमति मिली, लेकिन एक व्यक्ति बोलेराम ने निर्माण में अड़ंगा डाल दिया।गांव के लोग परेशान हैं कि जहां से सालों से गंदा पानी निकलता रहा है, वही रास्ता रोका जा रहा है। इससे पूरे गांव में गंदगी फैल रही है और बीमारी का खतरा बढ़ रहा है। दर्जनों ग्रामीणों ने शिकायत दी है कि बोलेराम नाम का व्यक्ति बार-बार प्रशासनिक आदेशों को अनदेखा कर निर्माण रुकवा रहा है।गांववासी या प्रधान हम लोगों ने मिलकर फैसला लिया था कि इसी रास्ते से सफाई होगी, इंटरलॉकिंग होगी। लेकिन बोलेराम बार-बार आकर गाली देता है, झगड़ा करता है और काम रुकवाता है।अब सवाल ये है कि जब पूरे गांव की पानी निकासी का एक ही रास्ता है, तो उसे रोकना किस हक से हो रहा है? क्या पंचायत और प्रशासन का आदेश इतना कमजोर है कि एक व्यक्ति के आगे टिक नहीं पा रहा।
