
*”भारत विकास परिषद् (सम्पर्क शाखा), रूड़की”*
हिंदी साहित्य भारती के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, उत्तराखंड माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेश संरक्षक, विद्या भारती के प्रदेश मंत्री डॉ० अनिल शर्मा ने शिक्षक – शिक्षिकाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि *

“राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020″* का उद्देश्य छात्रों को संस्कारित, ज्ञानवान, कौशलात्मक विकास करते हुए स्वावलंबी एवं उत्तरदायित्वपूर्ण नागरिक तैयार करना है।

डॉ० शर्मा ने उक्त विचार भारत विकास परिषद् (सम्पर्क शाखा), मंगलौर, रूड़की के तत्वावधान में जीवन दीप एकेडमी, नंद विहार रुड़की और एन० एल० एकेडमी, भगवानपुर में आयोजित *”शिक्षक – प्रशिक्षण कार्यशाला”* में व्यक्त किए।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अध्येता एवम् शिक्षाविद् डॉ० अनिल शर्मा ने शिक्षक शिक्षिकाओं का आह्वान करते हुए कहा कि एक अच्छे शिक्षक को अच्छा विद्यार्थी भी होना आवश्यक है। शिक्षक को सदैव अध्ययनशील होना चाहिए तथा समय के अनुसार होने वाले तमाम परिवर्तनों के साथ सामंजस्य बनाते हुए अपने को नवीनतम जानकारीयुक्त रखना चाहिए। डॉ० अनिल शर्मा ने (5+3+3+4) सूत्र को स्पष्ट करते हुए फाउंडेशनल, प्रीपेट्री, मिडिल और सैकेंडरी स्तर पर कक्षाओं के वितरण और विद्यार्थी की आयु सीमा के निर्धारण को विस्तार से समझाया। उन्होंने कहा कि इन चारों स्तर में से फाउंडेशनल स्तर को बहुत महत्वपूर्ण माना गया है, क्योंकि शिक्षार्थी के जीवन में बालवाटिका के तीन वर्ष के साथ साथ कक्षा एक एवं दो नींव की भूमिका निभाते हैं। डॉ० शर्मा ने कहा कि फाउंडेशनल स्तर पर शिक्षा देने की अपेक्षा बच्चे की सम्भाल को शिक्षा नीति में आवश्यक माना गया है जिसके लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति में ई० सी० सी० ई० (अर्ली चाइल्डहुड केयर एंड एजुकेशन) का सिद्धांत दिया गया है। डॉ० अनिल शर्मा ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति एवं शिक्षण सिद्धांतों को लेकर शिक्षक शिक्षिकाओं की जिज्ञासाओं का समाधान भी किया।
भारत विकास परिषद् (संपर्क शाखा) के अध्यक्ष प्रवीण सब्बरवाल ने बताया कि उनकी शाखा शिक्षक प्रशिक्षण की अनेक कार्यशालाएं आयोजित कर चुकी है, जिसका उद्देश्य युवा शिक्षकों को रुचिकर शिक्षण करने के लिए प्रोत्साहित करना और शैक्षिक क्षेत्र की नवीनतम जानकारियों से अवगत कराना होता है।
इस अवसर पर जीवनदीप एकेडमी के प्रबंधक वीरेन्द्र गर्ग एडवोकेट, प्रधानाचार्य दीपक गोस्वामी, आश्रम के व्यवस्थापक मोहित भारद्वाज, विक्षित कर्णवाल, एन० एल० एकेडमी भगवानपुर के प्रबंधक चित्रमणि हटवाल, प्रधानाचार्या सुधा हटवाल आदि उपस्थित रहे।
प्रवीण सब्बरवाल
अध्यक्ष
भारत विकास परिषद् (सम्पर्क शाखा)
मंगलौर, रूड़की
