रुड़की। गुम्मावाला माजरा में स्वामी दयानंद सरस्वती विद्यालय का निर्माण किया जा रहा हैं, जिसमें नियमों की जान-बूझकर धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। इसके पीछे गांव के एक पूर्व प्रधान का संरक्षण होना बताया जा रहा हैं। 22 फरवरी 2023 को राजस्व उप-निरीक्षक धर्मेन्द्र कुमार यादव ने राजस्व निरीक्षक वेदपाल सैनी के माध्यम से रुड़की तहसीलदार को एक पत्र लिखा, जिसे उन्होंने उक्त विद्यालय के निर्माण में अनियमित्ता को लेकर इमलीखेड़ा नगर पंचायत के ईओ को निर्देशित करने के लिए प्रेषित किया था। लेकिन दिलचस्प बात यह है कि इस मामले में काननूगो ने कोई संज्ञान नहीं लिया, न ही उच्च अधिकारियों को इसकी रिपोर्ट ही दी।दरअसल बताया गया है कि आवेदक/प्रधानाचार्य द्वारा अभिलेख, खतौनी व खसरा जिसमें आवेदक अथवा संस्था एम फाॅर इण्डिया के नाम उक्त भूमि दर्ज है। आॅनलाईन वर्तमान खतौनी फसली वर्ष 1426 फ. से 1431 फ. के संबंधित खसरा नं. 21 व 21/3 के खाता संख्या 067 पर संलग्न बैनामा के क्रेता आॅल इण्डिया मूमेंट फाॅर सेवा ट्रस्ट द्वारा अधिकृत एवं रंगनाथन पुत्र आर. नारायण निवासी 114 फ्लैट नं.- बी17 अरूदर्थी अपार्टमेंट सीपी रामास्वामी रोड़ अलवरपेट चैन्नई, 600018 का नाम 10 फरवरी 2023 तक अंकित नहीं हैं। आवेदक द्वारा प्रस्तावित भवन व मानचित्र भी मात्र रेखांकित हैं और जो आर्किटेक्ट द्वारा तैयार ब्लूप्रिंट हैं, पर भी हस्ताक्षर प्रमाणित नहीं हैं। प्रस्तावित भूमि अन्तर्गत धारा 143 व्यवसायिक प्रमोशन हेतू घोषित नहीं हैं। जिस पर संस्था संचालक द्वारा नियम विरूद्ध अनुमति प्रथा व औपचारिकता पूरी किये बिना ही बैनामे व सजरे से अलग स्थिति में मौके पर निर्माण कार्य कर रहे है। साथ ही इस संबंध में आवेदक तथा उसके निर्माण कर्मियों को अनुमति लिये बिना कार्य न करने किये जाने हेतू ईओ इमलीखेडा नगर पंचायत को निर्देशित करने के लिए राजस्व उप-निरीक्षक द्वारा प्रेषित किया गया था। लेकिन राजस्व निरीक्षक ने इस रिपोर्ट पर कोई संज्ञान नहीं लिया और मौके पर निर्माण कार्य बदस्तूर जारी हैं। दरअसल इस मामले में बड़ा खेल चल रहा हैं। जिस स्थान पर विद्यालय का निर्माण कार्य चल रहा हैं, उस स्थान की अनुमति स्कूल संचालन के लिए ही नहीं ली गई। चर्चा यह भी है कि जब लेखपाल द्वारा सही रिपोर्ट अधिकारियों को लिखी गई, तो इससे खफा पूर्व प्रधान जो दबंग प्रवृत्ति का हैं, के द्वारा अपने रसूख के चलते उक्त लेखपाल का स्थानांतरण ही करा दिया। इससे पता चलता है कि उक्त माफिया/दबंग की राजनीति में कितनी मजबूत पकड़ हैं। सरकार की आंखों में धूल झोंककर विद्यालय का निर्माण किया जा रहा हैं, इसकी जांच होना नितांत आवश्यक हैं। यदि कोई व्यक्ति इस मामले की शिकायत करता हैं, तो उक्त दबंग/माफिया उसे जान से मारने की धमकी देकर उसे चुप रहने के लिए कहता हैं। इस संबंध में जेएम अभिनव शाह के साथ ही जिलाधिकारी को भी अवगत कराया गया हैं। ताकि उक्त विद्यालय निर्माण का काला चिट्ठा सबके सामने आ सके। यह मामला पूरे क्षेत्र मेंचर्चा का विषय बना हुआ हैं। अब देखने वाली बात यह होगी कि शासन-प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाता हैं। यह तो आने वाला समय ही बता पायेगा। फिलहाल तो उक्त दबंग/माफिया के दबाव में निर्माण कार्य जारी हैं। जबकि जनहित में इसका रुकना बेद जरूरी है। इस पर अधिकारियों को जल्द से जल्द संज्ञान लेकर उचित कार्रवाई करनी चाहिए। ताकि आम जनता का विश्वास प्रशासनिक कार्यप्रणाली पर बना रहे। वहीं इस संबंध में जेएम अभिनव शाह ने कहा कि वह मामले की जांच कराकर आवश्यक कार्यवाही अमल में लायेंगे। वहीं ईओ नगर पंचायत इमलीखेड़ा आदेश कुमार ने बताया कि शिकायत पर मौके पर टीम भेजकर निर्माण कार्य रुकवा दिया गया हैं, जल्द ही कानूनी कार्रवाई की जायेगी।
गुम्मावाला माजरा में स्वामी दयानंद सरस्वती विद्यालय का निर्माण किया जा रहा हैं, जिसमें नियमों की जान-बूझकर धज्जियां उड़ाई जा रही हैं।
