
रुड़की। उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी संघर्ष समिति, अशोक नगर क्षेत्रीय विकास समिति एवं गढ़वाल सभा रुड़की द्वारा संयुक्त रुप से अशोक नगर क्षेत्रीय विकास समिति के सभागार में दिवंगत हुए राज्य आंदोलनकारियों एवं कालोनियों के दिवंगत जनों को श्रद्धांजलि देने के लिए श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई। जिसमें समितियों के केन्द्रीय अध्यक्ष एवं गढ़वाल सभा रुड़की के संरक्षक हर्ष प्रकाश काला ने कहा कि उत्तराखंड राज्य किसी सरकार ने थाली में परोस कर नहीं दिया उत्तराखंड राज्य के लिए जहां हमारे 42आन्दोलनकारी शहीद हुए मातृशक्ति को अपमान सहना पड़ा वहीं ऐसे आंदोलनकारी रहे जिन्होंने उत्तराखंड राज्य निर्माण हेतु अपना सबकुछ न्यौछावर कर दिया। जिनमें वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी उत्तराखंड के फिल्ड मार्शल उत्तराखंड सरकार में पूर्व कैबिनेट मंत्री दिवाकर भट्ट प्रमुख रहे। जिन्होंने अपना जीवन ही उत्तराखंड संघर्ष में समर्पित कर दिया चाहे लोक सभा हो, चाहे झारखंड के नेता शिबू सोरेन हो या महाराष्ट्र के शिवसेना प्रमुख बालठाकरे हों हर ऐसे सख्श से सम्पर्क किया जो उत्तराखंड राज्य के लिए सहयोग कर सके।प्रवासी उत्तराखंड वासियों से भी वे सतत उत्तराखंड राज्य हेतु सहयोग हेतु सम्पर्क करते रहे। 31अगस्त 1994का वह दिन भी नही भूला जा सकता जब संसद गैराव जाते हुए दिल्ली पुलिस ने स्व दिवाकर भट्ट को निशाना बनाकर लाठीचार्ज किया तो वरिष्ठ आन्दोलन कारी कमला उनके ऊपर लेट गई और स्वयं लाठी खाई। मेरे द्वारा उन्हें लाठीचार्ज से बचाया था। ऐसे योद्धा का होना मुश्किल है। उत्तराखंड राज्य निर्माण में जिस प्रकार का बलिदान दिवाकर भट्ट ने दिया है इसका दूसरा कोई उदाहरण नहीं है। इसी के साथ अन्य आन्दोलन कारियों में अजब सिंह चौहान रोहालकी बहादराबाद, मोहिनी मिश्रा कनखल, शकुन्तला रावत, कमला रावत, विरेन्द्र प्रसाद खन्तवाल, अब्बल सिंह नेगी, सरोजनी पुरोहित भारत कालोनी, प्रेम सिंह कंडियाल राज्य आंदोलनकारियों के साथ गौरव बलूनी, सूरज रावत, पांडेश्वर नाथ पांडेय, कामेश्वर पाण्डेय, श्याम लाल बहुखंडी, पांडेश्वर लखेड़ा, दिनेश जोशी, सीमा बिष्ट हेमारावत, आदि दिवंगत आत्माओं को दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। श्रद्धांजलि सभा का संचालन सह सचिव विजय सिंह पंवार ने किया। श्रद्धांजलि सभा में स्थानीय कालोनीवासी उपस्थित रहे।




