
मुख्य न्यायाधीश उच्च न्यायालय नैनीताल गुहनाथन नरेंद्र एवं विशेषत अतिथि न्यायमूर्ति राकेश थपलियाल ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ कियाहरिद्वार। मुख्य न्यायाधीश गुहनाथन नरेंद्र ने कहा कि नशीली दवाओं का उपयोग,हमारे समय की सबसे जटिल सामाजिक चुनौतियों में से एक है,जो कि आर्थिक स्थिति और समुदायों को काटता है। यह एक कानूनी और एक मानवीय दोनों तरह की चिंता है,कानून अपराधों को पहचानता है।उन्होंने कहा कि पूरे देश में नशीली दवाओं की चुनौतियों का पैमाना हाल के वर्षों में काफी बढ़ा है। नवीनतम आंकड़े जो भारत के स्वापक नियंत्रण ब्यूरो एनसीबी द्वारा जारी किए गए है,वह बताते है कि जब्त की गई नशीली दवाओं का मूल्य 25,330 करोड़ रुपए है। उन्होंने कहा कि पिछले तीन वर्षों में कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने 3451 मामले दर्ज किए है, जिसमें 4394 लोगों की गिरफ्तारियां की गई लगभग 208 करोड़ रुपए की नशीली दवा जब्त की गई , जब्त किए गए पदार्थों में 674 किलो ग्राम चरस,648 किलोग्राम डोडा,79 किलोग्राम हाफिम ओर लगभग 5,100 किलोग्राम गांजा जब्त किया गया।
इस अवसर पर न्यायमूर्ति उच्च न्यायालय राकेश थपलियाल ने कहा कि आज हम सभी इस पवित्र धरा पर ऐसे आयोजन के लिए एकत्र हुए हैं, जिसकी महत्ता समाज के स्वास्थ्य, मानसिक सुदृढ़ता और युवा पीढ़ी के सुरक्षित भविष्य से जुड़ी हुई है। ‘ड्रग अवेयरनेस एवं वेलनेस नेविगेशन’ स्कीम 2025 के अंतर्गत आयोजित यह शिविर हमें याद दिलाता है कि नशे की चुनौती किसी एक परिवार, समुदाय या क्षेत्र की समस्या नहीं, बल्कि संपूर्ण समाज के सामने खड़ी एक गंभीर सामाजिक, मानसिक और आर्थिक चुनौती है।
जिला न्यायाधीश हरिद्वार नरेंद्र दत्त ने कहा कि मुझे अपने पुराने दिन अस्सी के दशक के याद आते है, जब ड्रग्स (नशीले पदार्थों) का खतरा चरम पर था और सबसे अधिक प्रभावित राज्य पंजाब था। पंजाब से यह पूरे देश के विभिन्न राज्यों में फैल गया, जिसके कारण देश के लोग अपने बच्चों को स्कूलों और कॉलेजों में भेजने से डरते थे, क्योंकि उन्हें यह आशंका थी कि बच्चे, उनके बच्चे, किसी भी रूप में ड्रग्स की चपेट में न आ जाएँ। इस अवसर पर चेयरमैन कोर कॉलेज जेसी जैन एवं सदस्य सचिव विधिक प्राधिकरण प्रदीप मणि त्रिपाठी,एसपी ज्वालापुर जितेंद्र चौधरी एवं एसपी निशा यादव ने भी नशे की प्रवृत्ति रोकने के लिए अपना व्याख्यान दिया।
इस अवसर पर स्वामी अजरानंद अंध विद्यालय के छात्रों द्वारा स्वागत गीत गाया गया एवं कोर कॉलेज के छात्र छात्राओं के द्वारा नुक्कड़ नाटक की प्रस्तुति दी गई तथा दिव्य धीमान द्वारा सुंदर प्रस्तुति दी गई ।
इस अवसर पर जिला प्रशासन की ओर से विभिन्न विभागों के माध्यम से संचालित जनकल्याण करी योजनाओं के स्टालों लगाए गए जिसका मुख्य न्यायाधीश एवं मुख्य अतिथियों द्वारा सभी स्टालों का निरीक्षण एवं अवलोकन किया तथा विभिन्न योजनाओं के पत्र लाभार्थियों को चैक वितरण किए गए तथा दिव्यांग व्यक्तियों को व्हील चेयर,विभिन्न प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले बच्चों को प्रशस्ति पत्र दिया गया। इस अवसर पर जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने माननीय मुख्य न्यायाधीश उच्च न्यायालय नैनीताल गुहनाथन नरेंद्र एवं न्यायमूर्ति राकेश थपलियाल एवं रजिस्ट्रार जनरल उत्तराखंड उच्च न्यायालय योगेश कुमार गुप्ता,जिला जज हरिद्वार नरेंद्र दत्त एवं विधिक सेवा प्राधिकरण के अधिकारियों, कार्मिकों,बार एसोसिएशन के पदाधिकारियों एवं कार्यक्रम में उपस्थित छात्र छात्राओं, जिलास्तरीय अधिकारियों और उपस्थित अतिथियों का कार्यक्रम में पधारने पर आभार व्यक्त एवं धन्यवाद ज्ञापित किया।
इस अवसर पर रजिस्ट्रार जनरल उत्तराखंड उच्च न्यायालय योगेश कुमार गुप्ता,न्यायधीश अजय कुमार चौधरी, एडिनेशनल डिस्ट्रिक्ट न्यायाधीश चंद्रमणि रॉय, प्रोटोकॉल विवेक श्रीवास्तव,भारत भूषण पांडे,योगेश्वर कुमार ,वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र डोभाल, सचिव जिला विधिक प्राधिकरण/सीनियर सिविल जज सिमरनजीत कौर, मुख्य विकास अधिकारी ललित नारायण मिश्रा, संबंधित अधिकारी ,ज्यूडिशियल के अधिकारी एवं बार एसोसिएशन के पदाधिकारी, छात्र छात्राएं एवं जिलास्तरीय अधिकारी सहित भारी संख्या में जन समूह मौजूद रहा।




