
रूड़की। नगर निगम रुड़की के द्वारा जैव-अपशिष्ट के सुरक्षित प्रबंधन को चलाए जा रहे जागरूकता अभियान के अंतर्गत आर्य कन्या पाठशाला इंटर कॉलेज में कार्यशाला आयोजित की गई।
कार्यशाला में छात्राओं और अध्यापिका को संबोधित करते हुए सहायक नगर आयुक्त अमरजीत कौर ने कहा है कि
जैव-अपशिष्ट का सुरक्षित प्रबंधन आवश्यक है क्योंकि इससे संक्रामक रोगों के प्रसार को रोका जा सकता है, पर्यावरण को हानिकारक प्रदूषण से बचाया जा सकता है, और सार्वजनिक स्वास्थ्य की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकती है। उचित प्रबंधन न होने पर यह बीमारियाँ फैला सकता है और ग्रीनहाउस गैसों का उत्सर्जन कर सकता है, जो स्वास्थ्य और पर्यावरण दोनों के लिए हानिकारक है। इस ओर आम नागरिक का जागरूक होना बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा है कि इसमें छात्राएं और अध्यापिकाएं विशेष भूमिका निभा सकती है। जब वह अपने-अपने घरों पर जैव-अपशिष्ट का सुरक्षित प्रबंधन कराएगी तो आसपास में भी इसको लेकर जागरूकता बढ़ेगी। कार्यशाला को संबोधित करते हुए सहायक नगर आयुक्त शिवानी सलार ने कहा है कि
अपशिष्ट को सही ढंग से प्रबंधित न करने पर, विघटन से मीथेन जैसी ग्रीनहाउस गैसें निकलती हैं, जो ग्लोबल वार्मिंग में योगदान करती हैं। इससे जल और वायु प्रदूषण भी होता है। अपशिष्ट को उसके प्रकार के आधार पर रंगीन कंटेनरों में अलग-अलग किया जाना चाहिए, जो खतरनाक कचरे के स्तर को दर्शाता है। उन्होंने कहा है कि बेहतर स्वास्थ्य के लिए सभी को जैव-अपशिष्ट के सुरक्षित प्रबंधन को लेकर गंभीरता बरतनी होगी।
नगर निगम कार्यालय से जानकारी दी गई है कि आज रेरीतन कंसल्टिंग द्वारा आज वार्ड नंबर 30 (अम्बर तालाब) स्थित आर्य कन्या पाठशाला इंटर कॉलेज में कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें नगर निगम रुड़की द्वारा अधिकृत रेरिंतन कंसल्टिंग से प्रियंका चंचल, स्वच्छता ब्रांड एंबेसडर सावित्री मंगला द्वारा कॉलेज की छात्राओं व अध्यापिकाओं को जागरूक किया कि वह जैव अपशिष्ट को अन्य कूड़े से अलग रखे और सावधानी से लाल रंग के कूड़ेदान में ही डाले यह एक स्वास्थ्य से संबंध में बेहतर मुहिम है, कूड़ा कूड़े वाली गाड़ी को दें । इस संबंध में अंतर स्पष्ट करते हुए बताया गया कि सुखा कूड़े में कागज, प्लास्टिक,गीला कूड़े में हरी सब्जियों के छिलके बचा हुआ खाना पेड़ पौधों के पत्ते इत्यादि व हानिकारक कूड़े में टूटा हुआ कांच, बल्ब, दवाई की बोटल,रैपर केमिकल युक्त पदार्थ जबकि सैनिटरी कूड़े में नेपकिन , डायपर ,पेड़ शामिल है। कार्यशाला में मौजूद रही प्रधानाचार्य अपर्णा जिंदल ने नगर निगम रुड़की के द्वारा जैव-अपशिष्ट के सुरक्षित प्रबंधन को लेकर चलाए जा रहे जागरूकता अभियान की सराहना की। उन्होंने कहा कि नगर निगम का यह अभियान आमजन के स्वास्थ्य के लिए बहुत ही कारगर है। उन्होंने छात्राओं से आह्वाहन किया है कि वह इस जागरूकता अभियान का हिस्सा बने। ताकि स्वस्थ समाज स्थापित हो सके। उन्होंने सभी से स्वच्छता को अपनी दिनचर्या में शामिल करने की अपील भी की। वहीं वार्ड नंबर 25 मूलराज कन्या पाठशाला इंटर कॉलेज में कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें नगर निगम रुड़की की सहायक नगर आयुक्त अमरजीत कौर द्वारा कॉलेज की छात्राओं व अध्यापिकाओं को जागरूक किया कि वह जैव अपशिष्ट को अन्य कूड़े से अलग रखे और सावधानी से लाल रंग के कूड़ेदान में ही डाले यह एक स्वास्थ्य से संबंध में बेहतर मुहिम है, कूड़ा कूड़े वाली गाड़ी को दें । कार्यशाला में नगर निगम रुड़की की सहायक नगर आयुक्त अमरजीत कौर,रेरीतन कंसल्टिंग के सदस्य स्कूल की प्रधानाचार्य पुष्पा व समस्त अध्यापिकाएं उपस्थित रही




