
रुड़की। मैथोडिस्ट कॉलेज में आयोजित कार्यशाला में सहायक नगर आयुक्त ने बताया कि जैव अपशिष्ट का अनुचित निपटान जल स्रोतों और मिट्टी को दूषित कर सकता है। इसे सही तरीके से प्रबंधित करना पर्यावरण की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है।
नगर निगम रुड़की द्वारा अधिकृत रेरीतन कंसल्टिंग द्वारा
आज वार्ड नंबर-7 सिविल लाइंस स्थित मेथोडिस्ट गर्ल्स इंटर कॉलेज, मेथोडिस्ट गर्ल्स पीजी कॉलेज कॉलेज में कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें नगर निगम रुड़की की सहायक नगर आयुक्त अमरजीत कौर व शिवानी सालार द्वारा कॉलेज की छात्राओं व अध्यापिकाओं को जागरूक किया कि वह जैव अपशिष्ट को अन्य कूड़े से अलग रखे और सावधानी से लाल रंग के कूड़ेदान में ही डाले यह एक स्वास्थ्य से संबंध में बेहतर मुहिम है, कूड़ा कूड़े वाली गाड़ी को दें ।
सहायक नगर आयुक्त अमरजीत कौर ने कहा है कि जैव अपशिष्ट के प्रति जागरूकता इसलिए जरूरी है क्योंकि इसका गलत निपटान स्वास्थ्य और पर्यावरण के लिए गंभीर खतरा पैदा कर सकता है। जागरूकता से हम सही तरीके से कचरा अलग करने, सुरक्षित निपटान करने और संक्रमण के प्रसार को रोकने में मदद करते हैं, जिससे स्वास्थ्य कर्मियों और आम जनता दोनों की सुरक्षा सुनिश्चित होती है। उन्होंने जानकारी दी की सुखा कूड़ा-कागज, प्लास्टिक,गीला कूड़ा- हरी सब्जियों के छिलके बचा हुआ खाना पेड़ पौधों के पत्ते इत्यादि,हानिकारक कूड़े में टूटा हुआ कांच, बल्ब, दवाई की बोटल,रैपर केमिकल युक्त पदार्थ,सैनिटरी कूड़ा- नेपकिन , डायपर ,पेड शामिल है। कार्यशाला में छात्राओं को यह भी समझाया की चार प्रकार के कूड़े में क्या क्या आता हैं,मिक्स कचरा रखने से क्या समस्या आती है बिमारी फैलने का खतरा बढ़ जाता है, वही अगर कचरे को अलग अलग रखा जाए तो किन समस्या का समाधान हो जाता है या हम बिमारी के खतरे से भी बचे रहते हैं कार्यशाला में नगर निगम रुड़की के सहायक नगर आयुक्त अमरजीत कौर, शिवानी सलार,रेरीतन कंसल्टिंग के सदस्य स्कूल की प्रधानाचार्य शालिनी सिंह, डॉ अमिता श्रीवास्तव व समस्त अध्यापिकाएं उपस्थित रही।




