
रुड़की।नगर निगम स्थित सभागृह में जैव चिकित्सा अपशिष्ट कार्यशाला का आयोजन किया गया,जिसमें वरिष्ठ समाज सेविका प्रज्ञा दीक्षित ने अपने द्वारा चलाए गई सामाजिक संस्था प्रज्ञा फाउंडेशन के बारे में बताया कि सेनेटरी वेस्ट के पृथक रखने के लिए जागरूक अभियान चलाया और उसमें कामयाबी हासिल की।इस प्रकार के अभियान की रूड़की नगर से भी शुरुआत की जानी चाहिए,जिसमें डोर-टू-डोर जाकर नगर वासियों को जागरूक कराया जाये।जैव अपशिष्ट को लाल रंग के कूड़ेदान में डाले,यह एक स्वास्थ्य से संबंध में बेहतर मुहिम है और कूड़ा कूड़े वाली गाड़ी में डालें।सुखा कूड़ा-कागज,प्लास्टिक व गीला कूड़ा,हरी सब्जियों के छिलके,बचा हुआ खाना,पेड़-पौधों के पत्ते इत्यादी कूड़े के अलावा हानिकारक कूड़ा,टूटा हुआ कांच,बल्ब,दवाई की बोटल,रैपर केमिकल युक्त पदार्थ एवं सैनिटरी कूड़ा,नेपकिन,डायपर,पेड आदि के बारे में सभी लोगों को यह भी समझाया जाए कि चार प्रकार के कूड़े में क्या-क्या आता है।मिक्स कचरा रखने से क्या समस्या आती है।बीमारी फेलने का खतरा बढ़ जाता है,वहीं अगर कचरे को अलग-अलग रखा जाए तो किन समस्या का समाधान हो जाता है और हम बीमारी के खतरे से भी बचे रह सकते हैं।कार्यशाला में नगर निगम रुड़की के नगर आयुक्त राकेश चंद्र तिवारी,सहायक नगर आयुक्त अमरजीत कौर,शिवानी सलार,वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारी विक्रांत सिरोही,ब्रांड एंबेसडर रीना अग्रवाल,मुख्य स्वच्छता निरीक्षक मनसा नेगी,रोटरी क्लब से समीक्षा जैन,स्वयं सहायता समूह की महिलायें,नगर निगम कार्यालय की समस्त महिला कर्मचारी मौजूद रहीं।




