
रुड़की। 84 उत्तराखंड बटालियन एनसीसी, रुड़की के तत्वाधान में क्वांटम विश्वविद्यालय, रुड़की में दिनांक 18 नवंबर से संचालित शिविर के सातवें दिन कैडेट्स को पुलिस अधीक्षक ग्रामीण, हरिद्वार शेखर चंद्र सुयाल द्वारा साइबर क्राइम से सतर्क रहने की अपील की गई । आये हुए अतिथि का स्वागत संस्थान के कुलसचिव डॉ अमित दीक्षित द्वारा स्मृति चिन्ह देकर किया गया । अपने संबोधन में एसपी देहात ने बताया कि वर्तमान समय में इंटरनेट और सोशल मीडिया का उपयोग तेजी से बढ़ रहा है, जिसके साथ साइबर अपराध के मामले भी लगातार सामने आ रहे हैं विशेषकर छात्र वर्ग जो पढ़ाई, ऑनलाइन क्लासेस, सोशल मीडिया और गेमिंग प्लेटफॉर्म का अधिक उपयोग करता है, साइबर ठगों का आसान निशाना बन रहा है । इनके द्वारा सभी कैडेट्स और उनके अभिभावकों से अपील की गई कि अपनी निजी जानकारी सुरक्षित रखें जैसे बैंक खाता, आधार नंबर आदि किसी के साथ भी साझा न करें व अजनबी लिंक पर क्लिक न करें – ई-मेल, मैसेज या सोशल मीडिया पर आए संदिग्ध लिंक तुरंत डिलीट करे, सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते समय सतर्क रहें और अपनी व्यक्तिगत तस्वीरें, लोकेशन और निजी जानकारी पब्लिक न करें । ऑनलाइन गेम्स और ऐप्स – केवल भरोसेमंद और आधिकारिक ऐप्स का ही उपयोग करें, अनजान लिंक से ऐप डाउनलोड न करें और साइबर अपराध की आशंका होने पर तुरंत भारत सरकार द्वारा जारी टोलफ्री नंबर 1930 अथवा www.cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करें या नजदीकी पुलिस थाने से संपर्क करें । पब्लिक वाई-फाई का सावधानी से उपयोग करें – बैंकिंग या महत्वपूर्ण लॉगिन कार्य पब्लिक नेटवर्क पर न करें । आज कैम्प निरीक्षण हेतु आये रुड़की ग्रुप मुख्यालय के ग्रुप कमांडर ब्रिगेडियर प्रभात भंडारी ने बताया की लालच और डर दो ऐसी चीजे हैं जिनके बहकावे में आने से इंसान साइबर अपराध कर बैठता है । उन्होंने बताया कि पुलिस विभाग का उद्देश्य है कि कैडेट्स सुरक्षित डिजिटल वातावरण में पढ़ाई और विकास कर सकें । इस अवसर पर कैंप कमांडेंट कर्नल अमन कुमार सिंह, डिप्टी कैंप कमांडेंट मेजर (डॉ) गौतम वीर, कैंप एडजुटेंट कैप्टन सुशील कुमार आर्य, कैंप मीडिया प्रभारी सेकंड ऑफिसर कमल मिश्रा, कैंप मैसिंग ऑफिसर लेफ्टिनेंट (डॉ) अंजना गोसाई, युवा आपदा मित्र को-ऑर्डिनेटर ले० रत्नेश कुमार, सेकंड ऑफिसर सुशील कुमार, सीटीओ वंदना चौहान, सीटीओ पंकज कुमार, सीटीओ प्रियंका प्रजापति, सूबेदार मेजर अमर सिंह, सूबेदार पंकज पाल, बीएचएम केशवानंद, हवलदार राजेन्द्र सिंह, हवलदार पूर्ण सिंह व 475 अन्य कैडेट्स, स्टाफ उपस्थिति रहे ।




