
रुड़की, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शताब्दी वर्ष कार्यक्रमों की श्रृंखला में आज आनंद स्वरूप आर्य सरस्वती विद्या मंदिर रुड़की के केशव भवन सभागार में सप्तशक्ति संगम मातृ सम्मेलन की श्रृंखला में आज द्वितीय मातृ सम्मेलन पूर्ण हुआ, जिसमें उपस्थित मातृ शक्ति ने राष्ट्र, समाज व आने वाली पीढ़ियों के लिए अपने उत्तरदायित्व एवं कर्तव्य का निर्वहन किस प्रकार करना चाहिए इसका विस्तृत दिशा निर्देशन प्राप्त किया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता श्रीमती रेखा सिंह जी ने की तथा वक्ता के रूप में बाल संरक्षण एवं बाल आयोग की अध्यक्षा डॉ श्रीमती गीता खन्ना जी देहरादून से एवं राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार प्राप्त श्रीमती प्रतिभा यादव जी रुड़की से, कार्यक्रम संयोजिका श्रीमती भावना त्यागी जी ने उपस्थित मातृशक्ति को पर्यावरण एवं कुटुंब प्रबोधन विषय पर जानकारी दी एवं कार्यक्रम का कुशल संचालन श्रीमती निर्मला राजपूत ने किया।

सर्वप्रथम भारत माता एवं मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। छात्राओं ने “हम ही मातृशक्ति हैं हम ही आदि शक्ति हैं” गीत गायन किया।
कार्यक्रम में वक्ता डॉक्टर गीता खन्ना जी ने नारी के सात शक्तियों का वर्णन करते हुए बताया कि नारी ही वह स्रोत है जो आने वाली पीढ़ियों को संस्कार देती है समाज का निर्माण करती है और भारत को राष्ट्रगुरु बनाने का मार्ग भी एक माता है दिखायेगी, मां के द्वारा शिक्षित, संस्कारित बालक ही देश के नेता बनेंगे, कर्णधार बनेंगे और देश को आगे ले जाएंगे।

प्रतिभा यादव जी ने स्वरचित कविता पाठ बेटी बचाओ विषय पर करते हुए बताया कि यह बेटियां ही समाज को संभालेंगी, इन्हें कोख में मत मारो।पर्यावरण के प्रति मातृ शक्ति को कर्तव्य बोध कराते हुए उन्होंने कहा पर्यावरण नहीं रहेगा तो परिवार कैसे जीवित रह पाएंगे, पर्यावरण का विनाश हम सब का विनाश है इसका संरक्षण हम सभी का उत्तरदायित्व है। विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित राजकीय इंटर कॉलेज की प्रधानाचार्या श्रीमती कमलेश पवार जी ने स्त्रियों को उनकी शक्ति का बोध कराया तथा कहां कि हम अपनी बालिकाओं को इतना मजबूत बनाएं कि वे सूरज की तरह चमकें।
कार्यक्रम संयोजिका के रूप में श्रीमती भावना त्यागी जी ने बताया कि यह आयोजन केवल शताब्दी वर्ष की गौरव गाथा का उत्सव नहीं बल्कि मातृ शक्ति के संकल्पों से एक नए समाज और सशक्त भारत के निर्माण का भी संदेश दे रहे हैं। यह संगम केवल एक कार्यक्रम नहीं बल्कि मातृ शक्ति के अदम्य साहस, त्याग और संकल्प का जीवंत दस्तावेज हैं।
कार्यक्रम में समाज एवं राष्ट्रहित में विशिष्ट कार्य करने वाली माताओं श्रीमती रीमा बंसल जी, सविता आर्या, श्रृद्धा शर्मा एवं समाजसेवी प्रतिभा त्यागी को विशिष्ट सम्मान प्रदान किया गया।
विद्यालय की संगीत आचार्या नेहा चड्डा एवं सोनू शाक्य के निर्देशन में शताक्षी, सांची, वैष्णवी, तृप्ति, अनन्या, झनक आदि छातत्राओं ने गीत प्रस्तुत । कार्यक्रम में रश्मि, कृष्णा, इंदु शर्मा, रचना, चेतन अग्रवाल, पूजा रानी, दीपशिखा शर्मा आदि शिक्षिकाओं ने पूर्ण सहयोग दिया, साथ ही अपूर्वा, दिक्षी, करुणा, अर्शिका, अनुष्का, वैष्णवी, युविका आदि छात्राओं ने मंच प्रस्तुति की, कौशल्या चौधरी, सावित्री जिंदल, श्रद्धा शर्मा, शशि बहुगुणा आदि समाज की आदर्श महिलाओं की भूमिका का मंचन किया तथा समाज को संदेश दिया कि किस प्रकार महिलाएं आगे बढ़ सकती हैं समाज में अपना स्थान प्राप्त कर सकती हैं।
-भावना शर्मा
आनंद स्वरूप आर्य सरस्वती विद्या मंदिर




