
हरिद्वार। भेल सेक्टर-2 स्थित सरस्वती
विद्या मंदिर इंटर कालेज अभिभावक-शिक्षक सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसका शुभारंभ विद्यालय के प्रधानाचार्य लोकेंद्र दत्त अंथवाल तथा अभिभावक प्रतिनिधि चन्द्रप्रकाश ने मां सरस्वती के चित्र के समक्ष सदीप प्रज्वलित कर किया।
प्रधानाचार्य लोकेंद्र दत्त अंथवाल ने कहा यह सम्मेलन केवल अंक-पत्र देखने का अवसर नहीं, बल्कि घर और विद्यालय के बीच संवाद का जीवंत मंच है। अर्धवार्षिक परीक्षाएं हमें दिशा दिखाती हैं कि बच्चे कहां उत्कृष्ट हैं और कहां उन्हें मार्गदर्शन की आवश्यकता है। उन्होंने अभिभावकों से आग्रह किया कि घर में पढ़ाई के लिए निर्बाध वातावरण बनाएं, डिजिटल उपकरणों का समय सीमित करें तथा हर छोटी प्रगति पर बच्चे का उत्साहवर्धन करें। विद्यालय संस्कार, अनुशासन और आधुनिक ज्ञान का संगम है। सभी मिलकर इसे और मजबूत बनाएं।
कार्यक्रम का संचालन अंजलि शर्मा ने किया। आचार्य मनीष खाली ने कहा कि अभिभावक शिक्षक सम्मेलन अभिभावकों और शिक्षकों को एक मंच पर लाकर बच्चों के सर्वांगीण विकास की रूपरेखा तैयार करता है। अर्धवार्षिक परीक्षाओं में बच्चों ने समग्र रूप से अच्छा प्रदर्शन किया, किंतु गणित, विज्ञान एवं अंग्रेजी में कुछ कमजोरियां उजागर हुईं। उन्होंने अभिभावकों से निवेदन किया कि दैनिक होमवर्क की जांच करें, सप्ताह में एक बार बच्चे से उसकी पढ़ाई पर खुलकर बात करें तथा स्कूल की हर गतिविधि में सक्रिय भागीदारी निभाएं।
अभिभावक प्रतिनिधि चन्द्रप्रकाश ने कहा कि यह सम्मेलन हमें बच्चों की वास्तविक स्थिति समझने का सुनहरा अवसर देता है। आज का डिजिटल युग चुनौतियों से भरा है। इसलिए उनका सुझाव है कि विद्यालय प्रत्येक तिमाही में पेरेंट्स वर्कशॉप् आयोजित करे, जिसमें साइबर सुरक्षा, समय प्रबंधन और तनाव मुक्ति पर प्रशिक्षण दिया जाए।






















