रुड़की।नगर की सबसे पुरानी संस्था राजहंस कला मंदिर द्वारा दीपोत्सव धूमधाम से मनाया गया।कार्यक्रम में बच्चों ने विभिन्न कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी,इसके साथ ही अन्य सदस्यों ने काव्य पाठ एवं भजन आदि सुनाए।तंबोला एवं अन्य खेल भी उपस्थित लोगों ने खेले।संस्था के अध्यक्ष विपिन सिंघल ने कहा रुड़की की सबसे पुरानी संस्था आज भी पुराने जोश के साथ अपनी संस्कृति को साथ लेकर आगे बढ़ रही है।उन्होंने कहा कि कोई भी पर्व इस दीपोत्सव में संस्था के सभी परिवारों ने एक साथ बैठककर अपनी खुशियों को एक दूसरे के साथ बांटने का काम किया है।सचिव अजेश अग्रवाल ने कहा संस्था सभी पर्व एक साथ मनाती आई है।संस्था का प्रयास है कि अपनी आने वाली पीढ़ी को यह धरोहर के रूप में दें कि वह भी आने वाले समय में इस परम्परा को जीवित रखें।अंतराष्ट्रीय शायर अफजल मंगलौरी ने कविताएं और शायरी सुनाई,इसके साथ ही बच्चों ने कविताएं,राष्ट्रगीत,भजन,चुटकले आदि सुनाकर सबको गुदगुदाया,वहीं तंबोला में भी सभी ने भागीदारी की।विजेताओं को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन बलवीर गोयल ने किया।इस अवसर पर कोषाध्यक्ष पारस गोयल,उपाध्यक्ष मुकुंद प्रताप,सह सचिव गोविंद विकास अग्रवाल,गौरव गोयल,योगेश सिंघल,शेखर सिंघल,सुनील कुमार अग्रवाल,सुकून अग्रवाल,संजीव गोयल,पवन गोयल, गोपालपुरी,एनके मदान,ध्वज सिंघल, ध्रुव सिंघल आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।
राजहंस कला मंदिर ने किया दीपावली मिलन,बच्चों ने दी सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति
