
हरिद्वार: जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में शहीद हुए लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की अस्थियां शुक्रवार को विधि विधान के साथ गंगा में प्रवाहित की गई।
बेटे का अस्थि कलश लेकर पहुंचे गमगीन पिता राजेश नरवाल बोले कि वे सिर्फ इतना चाहते हैं कि उनका बेटा तो शहीद हो गया लेकिन भविष्य में किसी घर का चिराग ना बुझे। वे भारत सरकार से मांग करते हुए पिता बोले की ऐसी सुरक्षा व्यवस्था होनी चाहिए कि फिर से ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो। देशवासियों के उनके परिवार के साथ इस दुख की घड़ी में हर कदम पर साथ निभाने पर धन्यवाद अदा करते हुए पिता बोले की उन्हें अभी तक कुछ सुध बुध नहीं है।

उनका परिवार हर तरह से सोशल मीडिया से लेकर सभी संपर्क से कटा है।

वहीं ज़िला सैनिक कल्याण अधिकारी हरिद्वार, विंग कमांडर डॉ. सरिता पंवार ने शहीद लेफ्टिनेंट विनय नरवाल (आयु 26 वर्ष) को श्रद्धांजलि अर्पित की। वे हरियाणा के निवासी थे और सदर्न नेवल कमान, कोच्चि में सेवारत थे। पहलगाम में हुई एक कायराना आतंकवादी घटना में वे वीरगति को प्राप्त हुए। यह अत्यंत दुखद है कि उनका विवाह मात्र चार दिन पूर्व ही हुआ था। आज उनके पिताजी द्वारा हर की पौड़ी, ब्रह्मकुंड घाट पर अस्थि विसर्जन किया गया। ज़िला सैनिक कल्याण कार्यालय, हरिद्वार द्वारा शोक संतप्त परिवार को सांत्वना दी गई और दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की गई।
