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उत्तराखंड में मदरसा शिक्षा को सशक्त करने की दिशा में सरकार उठा रही महत्वपूर्ण कदम,सौ के लगभग मदरसों को मान्यता एवं नवीकरण के दिए गए प्रमाण पत्र,मुफ्ती शमून कासमी

रूड़की।उत्तराखंड मदरसा शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष मुफ्ती शमून कासमी ने कहा है कि उत्तराखंड में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में शिक्षा क्षेत्र में व्यापक सुधार हो रहे हैं।उनकी दूरदर्शी नीतियों और सबका साथ,सबका विकास,सबका विश्वास के मंत्र ने सभी वर्गों को समान अवसर प्रदान किए हैं।मुख्यमंत्री की पहल से शिक्षा को आधुनिक तकनीक,डिजिटल संसाधनों और नए कौशल विकास कार्यक्रमों से जोड़ा जा रहा है,जिससे सभी छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सके,इसके लिए सरकार से अनुदान भी

निश्चित किया है,ताकि मदरसा शिक्षा को भी इस नवाचार का लाभ मिले,जिससे यह मुख्यधारा से जुड़कर और अधिक समृद्ध हो रही है।मुफ्ती शमून कासमी ने मदरसा शिक्षा बोर्ड कार्यालय में प्रदेश भर से आये लगभग 97 मदरसों के संचालकों को मान्यता व नवीनीकरण प्रमाणपत्र वितरित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में उत्तराखंड सरकार मदरसा शिक्षा के क्षेत्र में निरंतर नवाचार और सुधार की दिशा में अग्रसर है।उनकी दूरदर्शी नीतियों और कुशल प्रशासन के परिणामस्वरूप प्रदेश के सभी शैक्षणिक संस्थानों को

सशक्त किया जा रहा है।मदरसा शिक्षा को आधुनिक सुविधाओं और संसाधनों से सुसज्जित करने की उनकी प्रतिबद्धता राज्य में शिक्षा के समग्र विकास को दर्शाती है।मुख्यमंत्री का उद्देश्य है कि पारंपरिक धार्मिक शिक्षा के साथ-साथ तकनीकी और समकालीन शिक्षा को भी बढ़ावा मिले,जिससे छात्र मुख्यधारा की शिक्षा से जुड़ सकें।उन्होंने कहा कि वह खुद दारुलउलूम देवबंद से शिक्षित है और मदरसों की समस्याओं से भलीभांति वाकिफ हैं,इसलिए मुख्यमंत्री से इनके विकास व उन्नति के लिए निरंतर सम्पर्क में हैं।कार्यक्रम में बोर्ड से नव-पंजीकृत एवं नवीनीकरण प्राप्त मदरसों को प्रमाणपत्र वितरित किए गए।कुल 97 प्रमाणपत्र वितरित किए गए,जिनमें 49 नए पंजीकरण एवं 48 नवीनीकरण दोनों सम्मिलित थे।यह पहल राज्य में मदरसा शिक्षा की गुणवत्ता एवं पंजीकरण प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।उत्तराखंड मदरसा शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष मुफ्ती शमून कासमी ने कहा है कि उत्तराखंड मदरसा एजुकेशन बोर्ड का

उद्देश्य राज्य के मदरसों को मुख्यधारा की शिक्षा से जोड़ना एवं उन्हें सरकारी मानकों के अनुरूप सुविधाएं उपलब्ध कराना है।हमारी कोशिश है कि मदरसा शिक्षा को आधुनिकता एवं पारंपरिकता के समन्वय के साथ और अधिक सशक्त बनाया जाए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशन में सूबे के मदरसों को दीनी तालीम के साथ-साथ आधुनिक शिक्षा से भी जोड़ा जाए,जिसके लिए सरकार से अनुदान दिया जा रहा है।उन्होंने कहा कि कुछ लोग सरकार को बदनाम करने के लिए ये आरोप लगा रहे है कि उत्तराखंड सरकार मदरसों को बंद करना चाहती है,जबकि केवल कुछ ऐसे मदरसों को नोटिस दिए गए जिन्होंने बार-बार सूचना दिए जाने के बावजूद मापदंड पूरे नहीं किये।उन्होंने कहा कि पूर्व की सरकार में मदरसों की मान्यता व नवीनीकरण के लिए मदरसों से रिश्वत ली जाती थी,जबकि इस बार प्रदेश सरकार के निर्देशन में कुल 97 मदरसों को मान्यता दी गयी,जिनमें 49 नये मदरसों को मान्यता दी गयी और 48 पुराने मदरसों का नवीनीकरण किया गया,जिसमें पूरी ईमानदारी और बिना रिश्वत के पारदर्शिता बरती गई।मुफ्ती शमून कासमी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का विशेष आभार प्रकट किया और कहा मुख्यमंत्री के सहयोग और मार्गदर्शन के बिना यह संभव नहीं होता।उनकी संवेदनशीलता और शिक्षा के प्रति प्रतिबद्धता ने मदरसा शिक्षा को मजबूती प्रदान की है।हम उनके निरंतर समर्थन और प्रयासों के लिए हृदय से आभारी हैं।भविष्य में भी उनके नेतृत्व में मदरसा शिक्षा को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने की दिशा में हम निरंतर प्रयासरत रहेंगे।कार्यक्रम में विभिन्न मदरसों के प्रतिनिधि,शिक्षाविद् एवं समाजसेवी उपस्थित रहे।इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मदरसों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता दोहराई और सरकार की ओर से हरसंभव सहयोग देने का आश्वासन दिया।यह प्रमाणपत्र वितरण समारोह उत्तराखंड में मदरसा शिक्षा को सशक्त करने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम है,जिससे मदरसों के पंजीकरण और मानकीकरण को बल मिलेगा।

समर्थ भारत न्यूज़

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