
रुड़की पी डब्लू डी गेस्ट हाउस में समाजवादी पार्टी अनुसूचित मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष आदेश पालीवाल ने एक प्रेस वार्ता के दौरान कहां की भगवानपुर में राकेश परिवार मिला हुआ है ममता राकेश हो या सुबोध राकेश दोनों मिल चुके हैं और दोनों ही राजनीतिक पार्टियों को बेवकूफ समझ रहे हैं इस दौरान पालीवाल ने कहा कि भगवानपुर का राकेश परिवार सत्ता के लिए किसी भी हद तक जा सकता है सत्ता के बिना यह परिवार नहीं रह सकता इस परिवार ने पिछले कई दशक में केवल सत्ता के लिए राजनीति की है समय-समय पर पार्टी बदलने और जिस पार्टी से चुनाव लड़ा उसकी कभी वफादारी ना करना उनकी आदत में शुमार है उन्होंने कहा कि अपना वर्चस्व स्थापित रखने के लिए राकेश परिवार दूसरों को आगे बढ़ाने का मौका नहीं देते इसके लिए बार-बार सिद्धांत और राजनीतिक राजनीति करते हुए अपना वर्चस्व कायम रखता है पालीवाल ने कहा कि स्वर्गीय श्री कलीराम राकेश समाजवादी पार्टी के महामंत्री थे लेकिन लोकसभा चुनाव के दौरान पार्टी छोड़कर कांग्रेस पार्टी में चले गए और कांग्रेस पार्टी का उम्मीदवार रुद्रदेव राकेश का समर्थन किया उनके देहांत के बाद सुरेंद्र राकेश फिर समाजवादी पार्टी में चले गए क्योंकि उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी सत्ता में थी उत्तराखंड बनने पर पहले चुनाव में जब उन्हें टिकट नहीं मिला तो उन्होंने पार्टी छोड़ दी और राष्ट्रीय जनता दल के टिकट पर चुनाव लड़ा और पराजित हुए 2012 में बसपा से चुनाव लड़कर सुरेंद्र राकेश ने जीत हासिल की लेकिन पार्टी की लगातार छवि धूमिल करते रहे। बसपा के तीन विधायक उसी समय जीते थे और मायावती के समर्थन में भाजपा सरकार बनाने जा रही थी लेकिन सुरेंद्र राकेश द्वारा हरिदास को साथ लेकर कांग्रेस की सरकार बनवा दी गई थी इस सरकार के दौरान प्रमोशन में आरक्षण समाप्त हुआ था जबकि वह सरकार सुरेंद्र राकेश के समर्थन पर टिकी हुई थी सुरेन्द्र राकेश ने कांग्रेस का साथ दिया।पालीवाल ने कहा कि करुणा कर्णवाल ने सुबोध राकेश के कहने पर जो बयान दिया है वह पूरी तरह से गलत है जबकि हकीकत यह है कि सुबोध राकेश और ममता राकेश ने किसी भी भुगतान की फाइल पर साइन करने से मना कर रखा था ।उन्होंने आरोप लगाया कि देवर भाभी करुणा कर्णवाल को मोहरा बनाकर ब्लॉक को चलाना चाहते थे लेकिन अब सरकार द्वारा ब्लॉक प्रमुख को हटाने के बाद यह दोनों लोग अपनी मनमानी नहीं कर पाएंगे और अब क्षेत्र का विकास होगा। इस मौके पर मुस्तकीम ठेकेदार भी मौजूद रहे।