Latest Update

आईआईटी दिल्ली, सोनीपत कैंपस में उत्तराखंड के शिक्षकों के लिए एआई एवं कोडिंग कार्यशाला सफलतापूर्वक संपन्न

आईआईटी दिल्ली, सोनीपत कैंपस में उत्तराखंड के शिक्षकों के लिए एआई एवं कोडिंग कार्यशाला सफलतापूर्वक संपन्न

सोनीपत, 4 फरवरी 2025 – उत्तराखंड के टिहरी गढ़वाल, हरिद्वार एवं देहरादून जिलों से आए 180 शिक्षकों के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) एवं कोडिंग पर एक विशेष प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन आईआईटी दिल्ली के सोनीपत कैंपस में 31 जनवरी 2025 से 4 फरवरी 2025 तक सफलतापूर्वक किया गया। इस कार्यशाला का उद्देश्य शिक्षकों को आधुनिक तकनीकी शिक्षा से जोड़ना और एआई एवं कोडिंग को स्कूलों में प्रभावी रूप से लागू करने की रणनीतियों पर प्रशिक्षित करना था।

इस कार्यशाला का समन्वय (कोऑर्डिनेशन) हिमांशु चौरसिया जी द्वारा किया गया, और प्रशिक्षकों में प्रमुख रूप से ट्रेनर रवि सुथार ने शिक्षकों को मशीन लर्निंग, डेटा साइंस, पायथन, सी, सी++, एवं आधुनिक कोडिंग तकनीकों पर गहन प्रशिक्षण दिया।

कार्यशाला के दौरान, राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय (GHSS) सालियार के अंग्रेजी के शिक्षक रविंद्र ममगाईं ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा, “आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और कोडिंग जैसी तकनीकों का ज्ञान वर्तमान समय में आवश्यक हो गया है। इस प्रशिक्षण ने हमें न केवल तकनीकी दक्षता प्रदान की, बल्कि यह भी सिखाया कि हम इन तकनीकों को अपने छात्रों तक कैसे पहुँचा सकते हैं। सरकार की यह पहल अत्यंत सराहनीय है।”

इस अवसर पर संतोष चमोला, रविंद्र चौहान, राजकुमार, सुरेश चंद्र, अनिल राणा, राजेंद्र प्रसाद, जैकीरत रावत, आमोद भन्डारी, प्रदीप बहुगुणा, अर्जुन पंवार, मामराज चौहाण, अराधना गुप्ता, सुधीर सैनी, तांजीम अली, अशविन कुमार, अमृता रावत, विमल उनियाल, माधवी रौथान, सोहनलाल गौड, सुनिल कुमार, राजेन्द्र चौधरी, कमलनयन रतूडी, केवल पाण्डेय, राजीव अग्रवाल, राजेश राय, संतोषी नेगी, रुचिका सिंह, अमृता, उस्मान अहमद, आरती भट्ट, अराधना गुप्ता, सुनील गुप्ता, रघुवीर तोमर एवं रीना रावत भी उपस्थित रहे। उन्होंने इस कार्यशाला को अत्यंत उपयोगी बताया और शिक्षा के क्षेत्र में नवीनतम तकनीकों के समावेश की आवश्यकता पर बल दिया।

कार्यशाला में शिक्षकों को इंटरएक्टिव सत्रों, लाइव प्रोजेक्ट्स, एवं आधुनिक शिक्षण तकनीकों के माध्यम से प्रशिक्षण दिया गया, जिससे वे अपने स्कूलों में एआई और कोडिंग को प्रभावी रूप से लागू कर सकें।

इस कार्यशाला का आयोजन उत्तराखंड शिक्षा विभाग एवं आईआईटी दिल्ली के सहयोग से किया गया, जिससे राज्य के शिक्षकों को तकनीकी रूप से सशक्त बनाने में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। इस पहल से भविष्य में उत्तराखंड के छात्र भी तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में नए अवसरों का लाभ उठा सकेंगे।

समर्थ भारत न्यूज़

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

समर्थ भारत न्यूज