
रुड़की। भारतीय सेना द्वारा आयोजित “विजय दिवस”समारोह में 84 यूके एनसीसी के 200 एनसीसी कैडेट्स को भारतीय सेना की विविध क्षमताओं का प्रत्यक्ष अनुभव प्राप्त करने का एक अनूठा अवसर प्रदान किया। इस रोचक कार्यक्रम में कई गतिशील प्रदर्शनों का आयोजन किया गया, जिसमें शक्तिशाली बोफोर्स तोप की डिप्लॉयमेंट, कमांड पोस्ट ड्रिल, गन ड्रिल, RPAS (रिमोटली पायलटेड एयरक्राफ्ट सिस्टम्स), ड्रोन, एम्युनिशन और अन्य उपकरण का व्यापक प्रदर्शन शामिल रहा। तगड़ा गनर्स, ने कुशलता से लक्ष्यों को पहचानने और उन्हें निशाना बनाने की सटीक प्रक्रिया का प्रदर्शन किया। कार्यक्रम ने यह प्रदर्शित किया कि गन क्षेत्र में तैनाती के बाद, तोपों ने युद्धभूमि में जमीनी टुकड़ियों को महत्वपूर्ण फायर सपोर्ट देने के प्रक्रिया को दर्शाया । बेहट में आयोजित कार्यक्रम में कैडेट्स को सुरक्षा मापदंडों पर भी निर्देश दिया गया। उन्होंने टैंक लक्ष्यों या गन क्षेत्र से दिखाई देने वाली किसी भी चलती टुकड़ियों को निशाना बनाने की प्रत्यक्ष शूटिंग प्रक्रिया भी देखी। इस कार्यक्रम ने कैडेट्स को जवानों और अधिकारियों की दिनचर्या, उनके संचालनात्मक भूमिकाओं और मिशनों के लिए उन्हें तैयार करने वाले कठोर अभ्यासों की समझ प्रदान की। कैडेट्स ने इससे ज्ञानवर्धक अनुभव लिया और हमारे शहीदों को उनकी बहादुरी के लिए नमन किया ।