




करियर एवं गाइडेंस कार्यक्रम के तहत शिक्षाविद एवं विचारक रविंद्र ममगाई ने राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कलियर, रुड़की के छात्र-छात्राओं को प्रेरणास्पद प्रसंग सुनाकर प्रोत्साहित किया ।
बतौर मुख्य वक्ता उन्होंने कहा कि अभाव में ही प्रभाव है । इतिहास गवाह है कि जब -जब महापुरुषों ने समाज को अपने अथक प्रयासों से प्रभावित किया तो उसके पीछे उनका संघर्षमयी जीवन प्रमुख रहा है ! उन्होंने कहा कि एक चींटी भी अपने अथक प्रयासों से खुद के पचास गुना भार को उठा पाने में सक्षम हो जाती है।
अंग्रेज़ी के अध्यापक रविन्द्र ममगाई ने कहा कि कोई भी धर्म , ग्रन्थ या सामाजिक व्यक्ति घृणा का समर्थन नहीं करता । सभी प्रेम , भाईचारा और बन्धुत्व का संदेश देते हैं । तब भी कुछ असामाजिक समाज में विघटन का जहर घोलते हैं। विद्यार्थी ही हैं जो समाज को स्वस्थ , तार्किक और बहुजन हिताय की ओर ले जा सकते हैं । आज जरूरत इस बात की है कि कैसे हम व्यक्तिगत उपलब्धियों से सामा जिक उपलब्धियों की ओर बढ़े ।
रविन्द्र ममगाई ने विश्व – भारतीय महापुरुषों – समाजिक – राजनीतिक – सामुदायिक – सांस्कृतिक क्षेत्र में प्रख्यात व्यक्तियों के जीवन प्रसंगों का भी उल्लेख किया । उन्होंने कहा कि आज किसी भी एक क्षेत्र – विषय – कौशल में विशेषज्ञता हासिल कर लेने पर भी कॅरियर में शीर्ष पर पहुंचा जा सकता है। उन्होंने खेती – किसानी , दस्तकारी , उद्यान , फल संरक्षण , सूचना तकनीक ‘ पारंपरिक हुनरों को प्रेरित करने पर भी बल दिया । मशरूम उत्पादन के साथ – साथ कुटीर उद्योगों में ब्रांड अंबेसडर बन चुके सच्चे प्रसंग भी उन्होंने साझा किए ।
इस अवसर पर समाज सेवी सुभाष सरीन ने भी विद्यार्थियों का हौसला बढ़ाया । उन्होंने आशावादी नजरिया अपनाने की बात भी कही । प्रोत्साहित किया कि घर बैठे भी एक विषय में महारत हासिल करने पर आजीविका हासिल की जा सकती है।इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य परवेज आलम ने भी विद्यार्थींयों को सम्बोधित किया। इसी अवसर पर बोर्ड परीक्षा में शीर्ष रहे छह विद्याथियो को सम्मानित किया गया । संचालन अध्यापिका शालिनी सिंघल ने किया । सभी ने ऐसे कार्यक्रमों की निरन्तरता पर बल दिया । इस अवसर पर बुदिवल्लभ पाण्डेय, मनमोहन सिंह विष्ट व क्षेत्र के गणमान्य लोग पास उपस्थित थे।