



डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी के पुण्यतिथि पर भाजपाईयो ने किया याद और दी श्रद्धांजलि
आज डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी के पुण्यतिथि पर भाजपाईयो ने किया याद और दी श्रद्धांजलि, इसी क्रम में आज चावल मंडी में बूथ नंबर 19 पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया, इस अवसर पर कार्यक्रम में उपस्थित सभी भाजपा के पदाधिकारीयो और कार्यकर्ताओं ने डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के चित्र पर माल्यार्पण किया एवं सभी ने पुष्पांजलि कर उन्हें याद किया, इस अवसर पर बूथ अध्यक्ष सुंदरलाल प्रजापति ने कहा कि डॉक्टर श्यामत प्रसाद मुखर्जी का जन्म 6 जुलाई 1901 में कोलकाता के अत्यंत प्रतिष्ठित परिवार में हुआ था, उनके पिता कर आशुतोष मुखर्जी बहुमुखी प्रतिभागी धनी थे एवं एक शिक्षाविद के रूप में विख्यात थे, जिला कोषाध्यक्ष ने डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने 1917 में मैट्रिक किया और 1921 में बी ए की उपाधि प्राप्त की, उन्होंने कहा कि डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी जम्मू कश्मीर को भारत का पूर्ण और अभिनं अंग बनाना चाहते थे, जिला मीडिया प्रभारी पंकज नंदा ने श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने संसद में अपने भाषण में उन्होंने धारा 370 को समाप्त करने की भी जोरदार वकालत की थी, उन्होंने अगस्त 1952 में जम्मू कश्मीर की विशाल रैली में अपना संकल्प व्यक्त किया था कि “या तो मैं आपको भारतीय संविधान प्राप्त कराऊंगा या फिर इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए अपना जीवन बलिदान कर दूंगा”, इस अवसर पर डॉक्टर ईश्वर दयाल कंसल ने कहा कि डॉ मुख़र्जी अपने संकल्प को पूरा करने के लिए 1953 में बिना परमिट लिए जम्मू कश्मीर की यात्रा पर निकल पड़े थे वहां पहुंचते ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था, शिक्षा विद संजय शर्मा ने कहा कि जम्मू कश्मीर पहुंचते ही डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी को गिरफ्तार कर लिया गया था और 23 जून 1953 को जेल में रहस्य में परिस्थितियों में उनकी मृत्यु हो गई थी, पूजा नंदा ने कहा कि जेल में उनकी मृत्यु ने देश को हिला कर रख दिया था, बीएल अग्रवाल ने कहा कि उन्होंने कश्मीर को एक नारा दिया था “नहीं चलेगा एक देश में दो विधान दो प्रधान और दो निशान”, श्रद्धांजलि देने वालों मे एन सिंह प्रजापति, राजेश्वरी देवी, अमित कुमार, मानसी प्रजापति, तरूण शर्मा , अनुज अत्रे आदि काफी संख्या में भाजपा पदाधिकारी गण एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे
