
खानपुर के वर्तमान विधायक एवं हरिद्वार संसदीय सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ रहे प्रत्याशी उमेश कुमार को बड़ा झटका लगा है।
खानपुर की राजनीति में रीड की हड्डी कहे जाने वाले बहुत से ग्राम प्रधान एवं दायित्व धारियों ने निर्दलीय प्रत्याशी का साथ छोड़कर जिला पंचायत अध्यक्ष किरण चौधरी की अध्यक्षता में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी त्रिवेंद्र सिंह रावत का दामन थाम लिया है। जी हां बताते चलें पूर्व में खानपुर विधायक उमेश कुमार के बहुत करीबी माने जाने वाले दर्जनों ऐसे लोगों ने जो कहीं ना कहीं अपनी प्रतिष्ठा समाज में रखते हैं उन्होंने खानपुर विधायक का साथ छोड़ दिया है। अब कारण तो वही बता सकते हैं मगर सूत्रों के अनुसार खानपुर विधायक से असंतुष्ट होकर यह कदम उनके द्वारा उठाया गया है। बताते चलें जिस समय खानपुर विधायक उमेश कुमार ने विधानसभा चुनाव लड़ा था तो यह सभी लोग कंधे से कंधा मिलाकर उनके साथ हमेशा खड़े रहे। परंतु लोकसभा चुनाव में इन सभी लोगों ने खानपुर विधायक का साथ छोड़ दिया और भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया अगर देखा जाए तो भारतीय जनता पार्टी में बहुत से ऐसे दिग्गजों का समावेश हो चुका है जो धरातल पर कहीं ना कहीं अपना वर्चस्व रखते हैं। इसका सीधा-सीधा फायदा भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को होने जा रहा है। खानपुर विधायक का साथ छोड़ने वालों में इतेश धीमान जो की खानपुर विधायक उमेश कुमार के दाएं हाथ माने जाते थे वहीं शिकारपुर के पूर्व प्रधान सतीश चौधरी उनका लगाव भी पहले कुछ कम नहीं था इसी क्रम में एडवोकेट राकेश चौधरी पूर्व प्रधान सैदाबाद एडवोकेट संजय चौधरी पूर्व अध्यक्ष प्रधान संगठन खानपुर, महिपाल सिंह पूर्व अध्यक्ष गन्ना समिति, जितेंद्र सिंह पूर्व डायरेक्टर, विपिन चौधरी पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष, नरेश कुमार ,अजीत सिंह आदि अनेक गणमान्य लोगों ने निर्दलीय प्रत्याशी का साथ छोड़कर तिरवेंद्र सिंह रावत का हाथ पकड़ लिया है।
