रुड़की । संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हुए बैंक कर्मी का आज आसफनगर झाल से शव बरामद हो गया है। बरामद शव के पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही बैंक कर्मी की हत्या की गई या फिर उसने आत्महत्या की इस रहस्य से तभी पर्दा उठेगा। जबकि परिजन पहले ही दिन से हत्या की बात कर रहे हैं। उधर परिजनों का कहना है कि बरामद शव के गले और पैरों पर चोट के निशान हैं। रुड़की सिविल अस्पताल में वह पोस्टमार्टम नहीं कराना चाहते वह चाहते हैं कि एम्स ऋषिकेश में पोस्टमार्टम हो ताकि मामला खुलकर सामने आ सके। उनका साफ कहना है कि उन्हें यहां की पुलिस पर कोई विश्वास नहीं है। अब देखना होगा कि क्या मामला हत्या का है या आत्महत्या का।बृहस्पतिवार सुबह के समय 4 दिन पूर्व संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हुए बैंक कर्मी विक्रम सैनी उम्र 40 वर्ष का आसफनगर झाल से शव बरामद हो गया है। बैंक कर्मी के शव बरामद होने से उसके परिजनों में कोहराम मचा हुआ है। पुलिस ने बरामद शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए रुड़की के सिविल अस्पताल भिजवाया है। मोर्चरी के बाहर जानकारी लगने के बाद परिजन भारी संख्या में इकट्ठा हो रहे हैं। मृतक विक्रम सैनी जोकि एसबीआई की मुख्य शाखा में कार्यरत था। 9 अप्रैल की सांय एक फोन आने के बाद घर से निकले थे और उसके बाद लापता हो गए थे। अगले दिन उनकी बाइक सोलानी पार्क के समीप स्थित गंगनहर किनारे लावारिस स्थिति में बरामद हुई थी। परिजनों ने तीन लोगों का नाम लेते हुए अपहरण का आरोप लगाया था। पुलिस ने तहरीर के आधार पर विरेंद्र कुमार गुप्ता, अशोक कश्यप और पप्पू के नाम अपहरण की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी थी। अस्पताल मोर्चरी के बाहर परिजनों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए पुलिस बल तैनात किया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही विक्रम सैनी की मौत के कारणों की जानकारी लग पाएगी।