रुड़की । चैत्र नवरात्र में अष्टमी के दिन श्रद्धालुओं ने देवी के महागौरी रूप की पूजा अर्चना की। दुर्गा मंदिरों में दर्शन के लिए सुबह से लाइन लग गई थी। कुछ लोग अष्टमी पर नवरात्र का समापन करते हैं और कुछ नवमीं पर। 22 मार्च से चैत्र नवरात्र शुरू हुए थे। श्रद्धालुओं ने हर दिन देवी के अलग-अलग स्वरूप की पूजा-अर्चना की।धाार्मिक मान्यता के अनुसार नवरात्र के आठवें दिन महागौरी स्वरूप की पूजा की गई। कई श्रद्धालु अष्टमी के दिन ही कन्या पूजन और हवन के साथ नवरात्रि का समापन करते हैं। अष्टमी पर दुर्गा मंदिरों में सुबह से श्रद्धालुओं की कतार लगी रही। दोपहर तक भी मंदिरों में श्रद्धालु पहुंचते रहे। घरों में कन्या पूजन किया गया। श्रद्धालुओं ने माता को हलवा-पूरी का भोग लगाया। पुरानी तहसील स्थित काली मंदिर में भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। नेहरू स्टेडियम स्थित दुर्गा मंदिर में सुबह से श्रद्धालु पूजा-अर्चना के लिए पहुंच गए थे। दोपहर तक लगातार श्रद्धालु आते रहे। पश्चिमी अंबर तालाब स्थित मनकामेश्वरी मंदिर में श्रद्धालु पूजा-अर्चना के लिए पहुंचे और हवन में शामिल हुए। महागौरी की पूजा कर कन्या पूजन किया गया।आईआईटी स्थित मां सरस्वती के मंदिर में भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। जहां पर उन्होंने पूजन किया और प्रसाद वितरित किया। इस अवसर पर विधायक प्रदीप बत्रा व समाजसेविका मनीषा बत्रा ने कन्या पूजन कर सभी को दुर्गा अष्टमी की शुभकामनाएं और बधाई दी है उनके द्वारा मंदिरों में जाकर प्रसाद भी वितरित किया गया। इसके साथ ही कई जगह बृहस्पतिवार को नवमी पर नवरात्र का समापन होगा।
घरों और मंदिरों में कन्याओं का पूजन कर लगाया भोग




