
रुड़की। पुस्तकें अनमोल हैं । वे हमारी सबसे अच्छी मित्र हैं क्योंकि वे ज्ञान-विज्ञान की भंडार हैं । व्यक्ति आते हैं और चले जाते हैं परन्तु उनके श्रेष्ठ विचार, ज्ञान, उपदेश, संस्कृति, सभ्यता, मानवीय मूल्य पुस्तकों के रूप में जीवित रहते हैं । उनका विनाश नहीं होता । वे एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी को प्राप्त होते रहते हैं । इसी धरोहर को जीवित रखने और विद्यार्थियों में पुस्तकों के प्रति रूचि और प्रेम को बढाने के लिए राष्ट्रीय पुस्तकालय सप्ताह समारोह के तहत विभिन्न प्रतियोगिताएं जैसे:- नारा लेखन, पोस्टर बनाना, बुक मार्क बनाना, प्रश्नोत्तरी इत्यादि का आयोजन विद्यालय में किया जा रहा है | इसी के अंतर्गत आज पीएमश्री केंद्रीय विद्यालय क्रमांक – एक रूड़की में पुस्तक मेले का आयोजन किया गया, जिसका उद्घाटन प्राचार्य चन्द्र शेखर बिष्ट ने किया |
सभी विद्यार्थियों ने बहुत उत्साह से इस मेले में भाग लिया एवं पुस्तकों से सम्बंधित जानकारी प्राप्त की| रंग-बिरंगे चित्रों की कहानियों वाली पुस्तकों ने जहाँ प्राथमिक वर्ग के बच्चों को आकर्षित किया, वही साहसिक एवं विज्ञान की कहानियों ने माध्यमिक वर्ग के बच्चों को खूब लुभाया | हिंदी एवं अंग्रेजी साहित्य, इतिहास, आदि की पुस्तको ने उच्च माध्यमिक बच्चों को उन्हें देखने एवं पढने के लिए प्रेरित किया |
इस अवसर पर बोलते हुए प्राचार्य चन्द्र शेखर बिष्ट ने कहा कि आज के इस युग में जहां जीवन-मूल्यों का ह्रास हो रहा है, चारों और नैतिक और सांस्कृतिक संकट के बादल छाये हुए हैं, अच्छी पुस्तकों का महत्व और भी बढ़ जाता है ।ऐसे समय पर यह जरूरी हो जाता है कि हम पुस्तकों का प्रचार-प्रसार बढ़ायें, उनके अध्ययन में रूचि लें और उनसे अधिकाधिक लाभ उठायें । अच्छी पुस्तकों को अध्ययन का तात्पर्य है श्रेष्ठ व्यक्तियों और उनके विंचारों को जानना-समझना, उनसे घनिष्ठ मित्रता स्थापित करना । उनसे अच्छा मित्र और कोई नहीं, ये बात बच्चों को समझाना ही कार्यक्रम का उद्द्येश्य है |
इस अवसर पर बोलते हुए उप प्राचार्या संगीता खोराना ने कहा कि पुस्तक मेले में एक पाठक दूसरे पाठक से विचारों का आदान-प्रदान कर सकता है, पुस्तक विक्रेताओं से मार्गदर्शन प्राप्त कर सकता है । स्टालों पर पुस्तकें बड़े आकर्षक ढंग से सजायी गयी है । इतिहास, भूगोल, ज्ञान-विज्ञान, साहित्य, यात्रा, धर्म, भाषा, जीवन-वृत्त आदि सभी विषयों पर पुस्तकें उपलब्ध है ।ऐसे आयोजन से विद्यार्थियों को बहुत फायदा होता है |
इस आयोजन के बारे में बताते हुए पुस्तकालयाध्यक्ष पूनम कुमारी ने बताया कि पुस्तक मेले हमारे लिए वरदान हैं । यहाँ पाठकों और पुस्तकों का संगम होता हैं । यहां पर सभी विषयों पर सभी प्रकार की पुस्तकें सरलता से मिल जाती हैं । पाठक अपनी रुचि, योग्यता और आवश्यकता के अनुसार पुस्तकों का चुनाव कर सकता हैं । वह पुस्तकों के पृष्ठ उलट-पुलट कर उनकी गुणवत्ता, विषय-सूची, विवरण आदि को देख-पढ़ सकता है |
इस अवसर पर मुख्य अध्यापिका नेहा चौबे, पुस्तकालयाध्यक्ष पूनम कुमारी, शिक्षक हरिनंद तथा देबी सिंह सहित समस्त स्टाफ मौजूद रहा।




