
हरिद्वार। विश्व सनातन महापीठ की उद्घोषणा एवं शिला पूजन समारोह की तैयारियों को लेकर आज चेतन ज्योति आश्रम में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता तीर्थ सेवा न्यास के संरक्षक परमाध्यक्ष पूज्य बाबा हठयोगी जी महाराज ने की तथा संचालन महन्त ऋषिश्वरानंद जी महाराज द्वारा किया गया। बैठक में आगामी 21 नवम्बर को हरिद्वार में होने वाले ऐतिहासिक “विश्व सनातन महापीठ शिला पूजन एवं उद्घोषणा समारोह” की तैयारियों पर विस्तार से चर्चा की गई। इस अवसर पर तीर्थाचार्य राम विशाल दास जी महाराज ने विश्व सनातन महापीठ के महायोजना एवं भव्य निर्माण स्वरूप की जानकारी देते हुए बताया कि यह प्रकल्प विश्व के सबसे विशाल और अद्वितीय सनातन केन्द्र के रूप में स्थापित होगा। उन्होंने आगामी समारोह में पधारने वाले देशभर के संत-महात्माओं, विचारकों, सामाजिक और राजनीतिक हस्तियों के बारे में भी जानकारी दी। बैठक में आयोजन को सफल बनाने के लिए विभिन्न समितियों का गठन किया गया और जिम्मेदारियाँ सौंपी गईं। स्वागत समिति में संदीप गोयल, राजेश रस्तोगी, जगदीश लाल पाहवा, प्रमोद शर्मा,आवास व्यवस्था राजीव चौधरी, शुभम् विराट, संजीव चौधरी, डॉ. निषिद्ध, मनोज जखमोला,भोजन व्यवस्था: दीपक जखमोला, नरेश सेमवाल, गौरव चौहान,परिवहन समिति: सत्यनारायण शर्मा, शुभम् विराट, राजीव चौधरी,व्यवस्था समिति: विदित शर्मा, आकाश भाटी, सूर्यकांत शर्मा,आपूर्ति व्यवस्था: हन्नी अग्रवाल, सूरज शर्मा, मनोज जखमोला,टेंट एवं साउंड व्यवस्था: उदयवीर चौहान, राजीव चौधरी,मंच प्रबंधन: डॉ. गौतम खट्टर, नरेश शर्मा महाराज,,प्रचार समिति में राजेश कुमार, शिशिर चौधरी, अशोक सोलंकी,मीडिया प्रभारी लव शर्मा, आशु चौधरी ,संत स्वागत समिति: महन्त विष्णुदास जी, महन्त शिवानन्द जी, महन्त रविदेव शास्त्री,सुरक्षा व्यवस्था: विशाल प्रधान, सागर भानेवाल, गौरव चौहान, सौरभ सैनी, गजेंद्र सिंह पार्किंग समिति में विशाल प्रधान, सागर भानेवाल, गंगा सिंह सम्मल,फूल-माला एवं सम्मान सामग्री व्यवस्था: राजेश कुमार, अमित त्यागी,प्रशासनिक संपर्क समिति: संजीव चौधरी, सूर्यप्रताप रावत, पुष्पेंद्र
महिला संत सम्मान समिति: पूनम भगत, दीपाली त्यागी, नीलम शर्मा, ऋतु बिष्ट को शामिल किया गया। बैठक में सभी उपस्थित सदस्यों ने मिलकर यह संकल्प लिया कि आगामी विश्व सनातन महापीठ उद्घोषणा एवं शिला पूजन समारोह को ऐतिहासिक, अनुकरणीय और सनातन संस्कृति के गौरव का प्रतीक बनाया जाएगा।





















