
हरिद्वार, 12 नवम्बर। श्रीपंच दशनाम जूना अखाड़े में भैरव अष्टमी धूमधाम से मनायी गयी। इस अवसर पर अखाड़े के संतों ने भगवान शिव के सौम्य रूप भगवान आनंद भैरव का विशेष पूजन किया। इस अवसर पर शोभायात्रा भी निकाली गयी। जूना अखाड़े से शुरू हुई भगवान आनंद भैरव की पालकी और बैण्ड बाजों से सुसज्जित शोभायात्रा बाल्मीकि चौक, दत्तात्रेय चौक, अपर रोड, हरकी पैड़ी, बड़ा बाजार, मोती बाजार, रामघाट, विष्णु घाट होते हुए वापस अखाड़े पहुंचकर संपन्न हुई पहुंची। नगर भ्रमण के दौरान शोभायात्रा का श्रद्धालुओं तथा स्थानीय नागरिकों ने पुष्प वर्षा कर अभिनंदन किया।
जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक श्रीमहंत हरि गिरि महाराज के सानिध्य में अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत मोहन भारती, अंतर्राष्ट्रीय वरिष्ठ अध्यक्ष श्रीमहंत प्रेम गिरि, महामंत्री श्रीमहंत महेश पुरी, अंतर्राष्ट्रीय सचिव श्रीमहंत ओम भारती, श्रीमहंत कंचन गिरि, श्रीमहंत महाकाल गिरी, श्रीमहंत आदित्य गिरी, मुख्य पुजारी महंत भास्कर पुरी आदि संतों ने नगर कोतवाल श्री आनंद भैरव का विशेष श्रृंगार किया तथा पांच प्रहर की विशेष पूजा अर्चना की। जिसमें नागा संन्यासियों व सैकड़ो श्रद्धालु भक्तों ने भाग लिया।
श्रीमहंत हरी गिरी महाराज ने बताया कि भैरव अष्टमी भगवान शिव के उग्र स्वरूप काल भैरव भगवान के जन्मोत्सव के रूप में मनाई जाती है। इस दिन भगवान काल भैरव की पूजा अर्चना करने तथा उनके प्रिय वाहन काले कुत्ते को मालपुआ व मिष्ठान खिलाने से समस्त मनोकामनाएं पूर्ण होती है।





















