
धनौरी। हरिओम सरस्वती पीजी कॉलेज धनौरी में राज्य स्थापना का रजत जयंती समारोह धूमधाम के साथ मनाया गया। इस अवसर पर छात्र-छात्राओं ने गढ़वाली, कुमाऊनी, जौनसारी लोकगीतों और लोक नृत्य की प्रस्तुति दी। राज्य की लोक संस्कृति पर आधारित झांकी निकाली गई।
रविवार को आयोजित कार्यक्रम को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव सिविल जज सिमरनजीत कौर ने कहा कि राज्य के विकास में युवाओं की भूमिका अहम है। प्रत्येक युवा को अपने संवैधानिक अधिकारों और कर्तव्य की जानकारी होनी चाहिए। सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता डॉ अजयवीर सिंह पुंडीर ने कहा कि उत्तराखंड राज्य के निर्माण में अनेक आंदोलनकारी ने अपने जीवन की आहुति दी है। आंदोलनकारियों के सपनों का राज्य बनाने के लिए प्रत्येक उत्तराखंडवासी को अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए। भारतीय उत्थान परिषद के अध्यक्ष डॉ अंकित सैनी ने कहा कि उत्तर प्रदेश राज्य से अलग होकर उत्तराखंड राज्य की स्थापना की गई थी। इन 25 सालों में उत्तराखंड राज्य ने निरंतर प्रगति की है और उत्तराखंड कई मामलों में उत्तर प्रदेश से आगे है।
प्राचार्य डॉ. योगेश कुमार ने कहा कि उत्तराखंड राज्य के निर्माण में नारी शक्ति के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। उत्तराखंड की स्वाभिमानी महिलाओं ने राज्य आंदोलन का नेतृत्व किया। कार्यक्रम को महाविद्यालय प्रबंध समिति की अध्यक्ष सुमन देवी और असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ अंजलि गौर ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर संध्या त्यागी, डॉ ऋतु बिश्नोई, मोनिका चौधरी, आयुषी पंवार, डॉ रविंद्र कुमार, अमित कुमार आदि उपस्थित रहे।




