
रुड़की, (1 नवंबर 2025) — गुरु नानक देव जी के पावन प्रकाश उत्सव के अवसर पर आज रुड़की नगर में भव्य नगर कीर्तन का आयोजन किया गया। नगर कीर्तन में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लेकर गुरु नानक देव जी के उपदेशों और शिक्षाओं का स्मरण किया। पूरे नगर में गुरु के जयकारों और कीर्तन की मधुर ध्वनियों से वातावरण भक्तिमय बना रहा।नगर कीर्तन का चावमंडी पहुंचने पर गुरु नानक सत्संग सभा गुरुद्वारा कमेटी की ओर से श्रद्धापूर्वक स्वागत किया गया। इस अवसर पर नगर कीर्तन में चल रहे पवित्र पांच प्यारों का सरोपा और पुष्पहार पहनाकर सम्मान किया गया। श्रद्धा और भक्ति से ओतप्रोत वातावरण में सरदार सुरेंद्र सिंह, सरदार इंद्रजीत सिंह, सरदार तरनदीप सिंह, पूजा नंदा, सरदार सतनाम सिंह, पंकज नंदा , मनोज मेहरा, एवं तिलकराज नंदा, जोगिंदर बेदी, सरदार सरणजीत सिंह, सरदार जसवीर सिंह, वंश ,सहित अन्य श्रद्धालुओं ने नगर कीर्तन में शामिल सभी संगत का लंगर वितरण कर आत्मीय स्वागत किया।इस अवसर पर सरदार सुरेंद्र सिंह ने कहा कि गुरु नानक देव जी का जीवन मानवता, सेवा
और समानता का अद्वितीय उदाहरण है। उन्होंने समाज में भेदभाव मिटाने, सत्य, करुणा और ईमानदारी का मार्ग दिखाने का कार्य किया। गुरु नानक देव जी ने “नाम जपो, किरत करो और वंड छको” का संदेश देकर मानवता के कल्याण का मार्ग प्रशस्त किया।सरदार इंद्रजीत सिंह ने कहा कि गुरु नानक देव जी के उपदेश आज भी समाज को सही दिशा प्रदान करते हैं। उनकी शिक्षाएँ हमें एकता, भाईचारे और निःस्वार्थ सेवा की प्रेरणा देती हैं। उन्होंने बताया कि ऐसे आयोजनों के माध्यम से समाज में प्रेम, सद्भाव और सेवा की भावना को और अधिक मजबूत किया जा सकता है।वहीं पूजा नंदा ने कहा कि गुरु नानक देव जी का गौरवशाली इतिहास और उनके जीवन के आदर्श हमें यह सिखाते हैं कि सच्चा धर्म मानवता की सेवा में निहित है। उन्होंने कहा कि आज की पीढ़ी को गुरु नानक जी के उपदेशों को आत्मसात कर उन्हें जीवन में उतारने की आवश्यकता है ताकि समाज में शांति और सद्भाव बना रहे।इस अवसर पर सभी श्रद्धालुओं ने दरबार साहिब की पूजा-अर्चना कर गुरु चरणों में माथा टेका और समस्त मानवता के कल्याण की प्रार्थना की। कार्यक्रम का समापन गुरु का लंगर ग्रहण कर किया गया, जिसमें सैकड़ों श्रद्धालुओं ने भाग लेकर अपनी श्रद्धा व्यक्त की।





















