
इंदौर के नवदंपति राजा और सोनम रघुवंशी के मामले में बुरी खबर आई है। सोमवार को राजा का शव मिल गया है और सोनम की तलाश की जा रही है। दोनों हनीमून मनाने मेघालय के शिलांग गए थे। 23 मई को लापता होने के 11 दिन बाद मंगलवार को राजा का शव गहरी खाई से मिला।पोस्टमॉर्टम के बाद शव को इंदौर लाया जाएगा। वहीं, सोनम की अभी भी तलाश की जा रही है।
राजा की मौत की खबर के बाद उसके घर पर रिश्तेदारों का आना शुरू हो गया है। सोनम के परिवार वाले भी राजा के घर पर पहुंचे हैं। राजा की मौत की खबर उसकी मां उमा और पिता अशोक को नहीं दी गई है। उन्हें टीवी, मोबाइल और सोशल मीडिया से भी दूर रखा जा रहा है। परिवार के मुताबिक उन्हें कैसे बताएं कि बेटा अब दुनिया में नहीं रहा, यह किसी के समझ नहीं आ रहा। राजा के 23 मई से लापता होने के बाद से ही उनकी मां उमा हर दिन भगवान के सामने बैठी रहती है। हर शाम को वह मंदिर जाकर बेटे राजा और बहू सोनम के सकुशल होने की प्रार्थना करती है। सोमवार को भी राजा की मौत की जानकारी भले ही परिवार को लग गई थी लेकिन मां शाम को मंदिर गई थी।

सोनम के सकुशल होने के लिए प्रार्थना
सोनम के रिश्तेदार सोनम के सही सलामत होने की प्रार्थना कर रहे हैं। इन सबके बीच सोनम की एक रिकार्डिंग भी सामने आई है। इसमें वह सास उमा से बात कर रही है। राजा की मौत के पहले यह सोनम की घर पर आखिरी बार बात थी। इसके बाद दोनों लापता हो गए।

सास की सोनम से आखिरी बातचीत

सास- बेटा, कैसी है तू? मैं साबूदाना फलाहार बना रही थी तो तेरी याद आई कि आज तो मेरी बहू की ग्यारस है। उपवास किया है न?
सोनम- हां मां, मैंने इनको साफ कह दिया कि मैं घूमने-फिरने के चक्कर में अपनी ग्यारस नहीं तोड़ूंगी।

सास- बेटा, तू इतनी हांफ क्यों रही है? कुछ खा लेना, उपवास का मिले तो।
सोनम- मां, यहां कुछ भी ढंग का खाने-पीने को नहीं। अभी एक जगह कॉफी पी तो ऐसा लगा न जाने क्या पी रहे हैं।

सास- बेटा, अभी तुम कहां हो?
सोनम- मां ये घूमने जंगलों में ले आए हैं। खूब खड़ी और कठिन चढ़ाई है।
सास- तो तुम वहां क्या देखने गए। नीचे से ही देख लेते।
सोनम- झरना देखने गए थे।

सास- सांस फूल रही है न।
सोनम- हां, दम फूल रहा है। बाद में करती हूं बात।

सास- कोई बात नहीं बेटा, तुम्हारा फोन लग गया, अब हम निश्चिंत हैं। तू उपवास का खा लेना।